एनआरसी का कागज मांगने वालों को झाड़ू से खदेड़े, नागरिकता के लिए किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है: जितेंद्र तिवारी
बंगाल मिरर, राहुल तिवारी, पांडेश्वर। तृणमूल कांग्रेस द्वारा सीएए और एनआरसी के विरोध में राज्यव्यापी आन्दोलन के तहत पांडेश्वर विधानसभा क्षेत्र में बीडीओ कार्यालय के पास विधायक जितेन्द्र तिवारी के नेतृत्व में धरना दिया गया। धरने में टीएमसी के जिला पर्यवेक्षक कर्नल दीप्तांशु चौधरी भी शामिल हुए।
सभा की अध्यक्षता पूर्व विधायक मदन बाउरी ने की। इस मौके पर विधायक जितेन्द्र तिवारी ने कहा कि लोगों से पूछा जाये तो आपकी जिंदगी का सबसे समय किस कार्य में लगा, तो लोग कहेंगे कि फार्म भरने में ही जीवन का अधिकांश समय चला गया, कभी राशन, कभी घर, कभी पेंशन के लिए, इन फार्मों को भरने के बदले लोगों को कुछ लाभ भी मिलता है। लेकिन पहला बार एसा कानून लाया जा रहा है, इसमें फिर वही चक्कर शुरू होगा, लाइन में खड़ा होकर फार्म भरे, अपना कागज दिखाना होगा, अगर दूसरे राज्य से आये है तो वहां का कागज दिखाना होगा, पूर्वजों के कागजात दिखाने होंगे, कागज नहीं है तो जो पंडित आपके माता-पिता का शादी कराया उसे बुलाकर लाइये, यह सब होनेवाला है, यह सब देश के प्रधानमंत्री और भाजपा सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारा एक प्रश्न है, इतना फार्म भरने को कहा जा रहा है, लेकिन इसके बदले में हमें क्या मिलेगा, एनआरसी या सीएए का फार्म भरकर हमें क्या मिलेगा, इससे प्रमाण मिलेगा कि हम यहां के निवासी है, तो क्या हम यहां जन्म लिये अपनी पूरी जिंदगी यहां बितायी तो देश के नागरिक नहीं है। उन्होंने कहा कि हमलोग साधारण आदमी है, अगर पीएम मुझसे मेरी नागरिकता का प्रमाण मांगेगे तो मैं कहूंगा कि अगर मैं देश का नागरिक नहीं तो मेरे पिताजी भी नहीं होंगे, अब वह तो इस दुनिया में नहीं रहे, तो पहले उपर जाकर उनका कागज ले आइये। वहां से लाने के लिए पहले आपको वहां जाना होगा तो वहीं से शुरूआत कीजिए। भाजपा के नेता वहीं से शुरू करें, जिसके पूर्वजों की कागजात की जरूरत है, भाजपा के लोग वहां से ही लेकर आये। यहां फार्म भरने को कहेंगे तो नया साल आ रहा है, नये साल में हमलोग नया सामान खरीदते हैं, नया कैलेंडर, मिठाई खरीदते हैं, इस नये साल में आपलोग 25 रुपये खर्च करे, उससे झाड़ू खरीदें, जो कागज मांगने आय़े, उसे मार झाड़ू से खदेड़ दें, पहले यह बतायें कि कागज दिखाकर क्या मिलेगा, तभी कागज दिखायेंगे, अगर हमलोग नागरिक नहीं है तो हमारे वोट से कैसे सांसद और पीएम बने। वोट लेने से पहले कहा भाइयों और बहनों अब कहता है कागज लाओ। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी जब भी फार्म भरने को कहती हैं तो हमलोग भरते हैं, क्योंकि तकलीफ में मदद मिलने की आस रहती हैं, उन्होंने पहले ही घोषणा कर दी है कि बंगाल में सीएए और एनआरसी नहीं होगा। हमलोग अपना कमाते है, अपना खाते है, मेहनत करते हैं, 8-10 घंटे काम कर परिवार चलाते हैं, दो महीने लोग लाइन में लगेंगे तो दो महीना घर चलाने का पैसा मोदी या बाबुल सुप्रियो देंगे, एनआरसी या सीएए का कोई फार्म नहीं भरेंगे, हमलोग देश के नागरिक हैं और रहेंगे, यहां जन्म लिये हैं यहां के नागरिक हैं, इसके लिए किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं। जो हमलोगों के सुख-दुख में साथ रहते हैं उनकी बात सुनेंगे, कोई दिल्ली-बंबई से आकर हमलोगों को बांटेगा, यह हमलोग नहीं मानेंगे, गरीब आदमी के रोटी, कपड़ा, मकान के बारे मे केन्द्र सरकार ने नहीं सोचा, लोगों को कागज मांगकर परेशान कर रही है, इसलिए अगली बार जब वोट मांगने आये तो झाड़ू से स्वागत होगा। यहां पंचायत के जनप्रतिनिधि एवं सांगठनिक पदाधिकारी समेत सैकड़ों की तादाद में लोग मौजूद थे।