50 लाख की योजना का मेयर ने किया शिलान्यास
बंगाल मिरर, दलजीत सिंह, जामुड़िया। आसनसोल नगरनिगम द्वारा काजी नजरूल मेमोरियल प्रोजेक्ट(चांदा) का शिलान्यास मेयर जितेन्द्र तिवारी ने किया। इस अवसर पर मेयर जितेन्द्र तिवारी ने कहा कि लोगों के लिए रास्ता, लाइट, पानी की सुविधा देना हमारी बुनियादी दायित्व है। लेकिन इसके अलावा भी कुछ कार्य होते हैं, जिसे करने से अलग आनंद मिलता है।
कुछ कार्य लोग हमेशा याद रखते हैं, यहां जो कार्य होनेवाला है, यह भी एक अलग तरह का कार्य है। विद्रोही कवि काजी नजरूल इस्लाम की याद में 50 लाख की लागत से मंच, शेड, कमरा आदि का निर्माण किया जायेगा। यहां चिल्ड्रेंस पार्क बनाने की भी योजना है। इस सड़क से होकर चुरुलिया जाया जाता है, यहां के लोग इसका महत्व नहीं समझते हैं, लेकिन अन्य राज्य से आनेवाले लोग, बुद्धिजीवी आसनसोल आते हैं, तो उनकी इच्छा रहती है कि कवि की जन्मभूमि पर जायेंगे।
उनकी याद में यह कार्य किया जा रहा है। यहां की कमेटी के प्रति कृतज्ञ हूं कि वह लोग हमेशा प्रयास करते रहते हैं। उनके प्रयासों का ही परिणाम है कि नगरनिगम द्वारा यह कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हाइवे के पास जब यह मूर्ति थी, वहां जिस तरह से हटाया गया था, तब उसकी विभिन्न तरह से समालोच
ना की गयी थी। बहुत लोग बड़ी-बड़ी बातें कहकर गये थे, वह लोग सांसद हैं, केन्द्रीय मंत्री हैं, राजनीति के लिए राजनीतिक बात कहने के सिवा उनलोगों ने कुछ नहीं किया। नजरूल को श्रद्धा जताने के लिए शायद ही कुछ किया। कमेटी के लोग राजनीतिक पचड़े में न पड़े। अच्छे कार्यों को राजनीति के लिए इस्तेमाल करने से उसकी पवित्रता नष्ट होती है। आपलोगों के कार्यों को राजनीति की आंच नहीं लगी है। उन्होंने कहा कि राजनीति करने के लिए अन्य जगह है समय होता है। कुछ चीज एसी होनी चाहिए कि वहां राजनीति की आंच न लगे। नजरूल को लेकर जो लोग राजनीति करना चाहते हैं, उसपर नजर रखने का दायित्व इस कमेटी की है। कमेटी के आयोजन को नगरनिगम से मिलनेवाले आर्थिक सहायता पर कभी रोक नहीं लगायी गयी। क्योंकि यह किसी व्यक्ति को नहीं बल्कि नजरूल के याद में दी जाती है। नगरनिगम कोई एसा कार्य नहीं करेगी जिससे कि नजरूल को लेकर जो हमारा गर्व है, उसे ठेस पहुंचे। हमलोग अन्य किसी को भी एसा नहीं करने देंगे, जिससे कि हमलोगों का सपनों का बंगाल कलंकित हो।इस मौके पर मेयर परिषद सदस्य पूर्णशशि राय, बोरो चेयरमैन शेख शानदार, पार्षद तापस कवि, राखी कर्मकार, राजू गोस्वामी आदि मौजूद थे।