बंगाल मिरर, लालू चौधरी,धनबाद: कोरोना में छोटी सी लापरवाही कितनी भारी पड़ सकती है। इसका ताजा उदाहरण पड़ोसी राज्य झारखंड के धनबाद में देखने को मिल रही है जहां एक परिवार का अस्तित्व ही मिटने के कगार पर पहुंंच गया। कोरोना ने एक शादी को जानलेवा बना दिया और पहले मां फिर उनकी अर्थी को कंधा देने वाले पांच बेटों की एक के बाद एक मौत हो गई। 15 दिनों में ही इस परिवार के 6 सदस्यो की मौत हो गई। वहीं मृतका के एक और बेटे के अलावा परिवार के कई अन्य सदस्यों की भी तबीयत खराब बताई जा रही है। जिसमें बेटे की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बताया जाता है कि बोकारो के निजी नर्सिंग होम में भर्ती 88 वर्षीय महिला के निधन बाद पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव थी। लेकिन इसके पहले ही परिजनों ने अस्पताल से शव लेकर अंतिम संस्कार कर दिया । जिसके बाद फैले संक्रमण से महिला के परिवार से एक के बाद एक 5 बेटों की कोरोना से मौत हो गई। अभी भी एक और बेटा बीमार है।यह मामला धनबाद के कतरास इलाके का है। रानी बाजार में रहने वाले एक परिवार के छठे सदस्य की सोमवार को कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई। बताया जा रहा है कि 4 जुलाई को सबसे पहले 88 वर्षीय मां का निधन बोकारो के एक नर्सिंग होम में हुआ। जांच से पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव थी। उसके बाद उनके एक बेटे की मौत रांची के रिम्स कोविड अस्पताल में हो गई। कुछ दिन बाद दूसरे बेटे का केंद्रीय अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया।मौत का तांडव यहीं नहीं रुका, तीसरा बेटा धनबाद के एक निजी क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती था, तबीयत ऐसी बिगड़ी कि सीधे मौत के मुंह में समा गया। । 16 जुलाई को चौथे बेटे का भी टीमएच जमशेदपुर में कैंसर बीमारी के इलाज के दौरान निधन हो गया।पांचवां बेटा भी धनबाद के कोविड अस्पताल में रेफर करने के बाद रिम्स रांची में भर्ती था, जहां सोमवार को उसने अंतिम सांस ली। इसी के साथ कोरोना वायरस के संक्रमण से एक बुजुर्ग महिला और उसके पांच बेटों की मौत हो गई है। वहीं, परिवार के कई और सदस्यों का भी इलाज चल रहा है। वह महिला 27 जून को दिल्ली से बोकारो में पोते की शादी में शामिल हुई थी।