तृणमूल ने रेवड़ियों की तरह बांटे पद
पदाधिकारी भी शरमा रहे बोलने में
बंगाल मिरर, आसनसोल ः तृणमूल कांग्रेस चुनाव करीब होने के कारण सभी नेताओं को खुश करने के लिए रेवड़ियों की तरह पद बांटे हैं। जिसके बाद जिला कमेटी में जिन पुराने नेताओं को पद मिला है, वह तो सार्वजनिक तौर पर बोलने से भी शरमा रहे हैं। वहीं यह देश में शायद पहली एेसी कोई कमेटी है, जिसमें कोई कार्यकारिणी सदस्य नहीं है। बल्कि सभी पदाधिकारी हैं। कुछ पुराने नेता तो दबी जुबान में कह रहे हैं कि पार्टी में पुराने कार्यकर्ताओं का कोई सम्मान नहीं रह गया है।
43 उपाध्यक्ष, 20 महासचिव, 29 सचिव
जिला कमेटी में 43 उपाध्यक्ष है। इसमें 1998 से टीएमसी करनेवाले भी शामिल है। तो चंद वर्ष पहले दल बदलकर टीएमसी में आये नेता भी हैं। सुना जा रहा है कि दो शीर्ष नेताओं ने अपने-अपने गुट से 18-18 लोग दिये हैं, 6 कोलकाता से भेजे गये। वहीं महासचिव 20 है। अभिजीत घटक महासचिव हैं, तो उनके साथ गुलाम सरवर, मनोज यादव, आलोक दास भी महासचिव हैं। यानि की इन सभी का पार्टी में कद एक समान हो गया है। वहीं 29 सचिव है। इसमें भाजपा से छोड़कर आये लोगों को जगह मिली है, कांग्रेस से आयी महिला नेत्री को जगह दी गयी है। वहीं नेताओं ने अपने करीबियों को खुश करने के लिए पद रेवड़ियों की तरह बांटे हैं।
शाखा संगठन ने बताया काला दिन
जिला कमेटी घोषणा को लेकर भले ही खुलकर विरोध सामने नहीं आया। लेकिन टीएमसी के एक शाखा संगठन के पदाधिकारी ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाल ही दी। संगठन के जिलाध्यक्ष ने पोस्ट किया कि आज हमलोगों के लिए काला दिन है। ज्यादा सीधा व सरल होना सही नहीं है। सीधे पेड़ एवं सरल लोग ही पहले काटे जाते हैं।- चाणक्य