फिनो मानव एटीएम के साथ बैंक को दुर्गापुर के औद्योगिक क्षेत्र में लाया
![](https://bengalmirrorthinkpositive.com/wp-content/uploads/2024/12/img-20241211-wa00436179337791398046526.jpg)
![fino bank](https://bengalmirrorthinkpositive.com/wp-content/uploads/2020/09/fino-500x288.jpg)
बंगाल मिरर, दुर्गापुर, 8 सितंबर, 2020 शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर आरा मोरे गांव
है, जहां आसपास के उद्योगों में काम करने वाले लोग रहते हैं। दुर्गापुर
के मशहूर सीमेंट प्लांट से लेकर सीमेंट, आॅटोमोबाईल पाटर््स बनाने वाले
कारखानों तथा खनन गतिविधियों तक इस इलाके में भारी औद्योगिक गतिविधि होती
है। इन इकाईयों में काम करने वाले तथा आसपास के इलाकों में रहने वाले
लोगों के लिए अपनी सुविधा के अनुरूप बैंकिंग सेवाएं पाना एक बड़ी चुनौती
है।
![](https://bengalmirrorthinkpositive.com/wp-content/uploads/2024/09/img-20240909-wa00806721733580827251668.jpg)
इस क्षेत्र में काम करने वाले एवं रहने वाले लोगों को बैंकिंग सेवाएं
प्रदान करने के लिए अभिजीत गोपे एक आउटलेट चलाते हैं। माईक्रो एटीएम एवं
आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (एईपीएस) डिवाईसेस के साथ अभिजीत एक मानव
एटीएम बन गए हैं और उनकी शाॅप फिनो पेमेंट्स बैंक आउटलेट बन गई है।
इस स्थान के लोगों की बैंकिंग की जरूरत को पूरा करने के कारण यह शाॅप
उनका चहेता स्थान बन गई है। मानव एटीएम के रूप में अभिजीत ग्राहकों को
बैंक खाता खुलवाने, जमा करवाने, कैश निकालने तथा मनी ट्रांसफर के विनिमय
करने में मदद करते हैं। यहां पर ग्राहक बीमा (स्वास्थ्य, जीवन, कोविड व
मोटर) खरीद सकते हैं, यूटिलिटी बिल का भुगतान कर सकते हैं, मोबाईल व
डीटीएच रिचार्ज कर सकते हैं।
बैंकिंग सेवाएं देने में मर्चैंट्स द्वारा निभाई जाने वाली भूमिका के
बारे में सौमन कांकर, स्टेट हेड (पश्चिम बंगाल), फिनो पेमेंट्स बैंक ने
कहा, ‘‘हमारा उद्देश्य आसपास की दुकानों के माध्यम से बैंकिंग की पहुंच
बढ़ाना है। अभिजीत गोपे के बैंकिंग कायोस्क, स्थानीय दुकानों और बीपीसीएल
प्वाईंट्स जैसे आउटलेट्स ने ग्राहकों की बड़ी मुश्किल को हल कर दिया है।
ये आउटलेट नज़दीक हैं और शाम को देर तक खुले रहते हैं। ग्राहक डेबिट कार्ड
या आधार आॅथेंटिकेशन द्वारा अपनी सुविधा के अनुरूप बैंकिंग कर सकते हैं
और इसके लिए उन्हें बैंक शाखा जाने की भी जरूरत नहीं। महत्वपूर्ण बात यह
है कि ग्राहक अपने काम या व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं और
मर्चैंट को उनके द्वारा किए गए हर विनिमय के लिए आय प्राप्त होती है। साथ
ही, एटीएम में कैश कभी खत्म भी हो सकता है, लेकिन इन शाॅप्स पर कैश हर
वक्त उपलब्ध रहता है।’’
अभिजीत पश्चिम बंगाल में फिनो के बैंक के लगभग 11000 मजबूत और बढ़ते हुए
बैंकिंग प्वाईंट्स का हिस्सा हैं। इस नेटवर्क में फिनो के सामरिक
साझेदारी, भारत पेट्रोलियम (बीपीसीएल) के लगभग 250 आउटलेट्स भी शामिल
हैं, जो पूरे राज्य में फैले हैं। ये सभी प्वाईंट ग्राहकों को असिस्टेड
डिजिटल बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं।
स्थानीय बैंकर के रूप में अपना अनुभव बताते हुए, अभिजीत गोपे ने कहा,
‘‘मैं 2020 की शुरुआत से ही फिनो से जुड़ा हूँ। मैं एक सायबर कैफे चलाता
हूँ एवं ग्राहकों को अन्य आॅनलाईन सेवाएं, जैसे बिल भुगतान आदि की सेवा
भी प्रदान करता हूँ। इस क्षेत्र में बैंकिंग सेवाओं की अपार संभावना है।
इसलिए मुझे फिनो बैंकिंग प्वाईंट बनने की प्रेरणा मिली। मेरी शाॅप देर तक
खुली रहती है, इसलिए आस पास के लोग अपनी सुविधा के अनुरूप बैंकिंग के लिए
किसी भी वक्त आ सकते हैं। ग्राहकों के साथ जैसे-जैसे विश्वास बढ़ा, यहां
आने वाले लोगों की संख्या बढ़ी और उनके द्वारा किए जाने वाले विनिमयों से
मेरी आय बढ़ी।’’
मार्च, 2020 में लाॅकडाऊन से पहले अभिजीत का आउटलेट माह में लगभग 2 लाख
रु. का व्यवसाय करता था। मौजूदा समय में वो 10 लाख रु. का व्यवसाय करते
हैं, जिससे आसपास के इलाके में सुविधाजनक बैंकिंग सेवाओं की बढ़ती मांग
प्रदर्शित होती है। अभिजीत के आउटलेट जैसे आउटलेट न केवल बैंकिंग की
पहुंच बढ़ा रहे हैं, बल्कि ग्राहकों के लिए बैंकिंग को सरल भी बना रहे
हैं।
फिनो ने हाल ही में जनबचत खाता लाॅन्च किया, जिसमें ग्राहक केवल आधार
आॅथेंटिकेशन द्वारा विनिमय कर सकते हैं। इसके अलावा 10 से 17 साल के
अव्यस्क बच्चों के लिए भविष्य बचत खाता भी लाॅन्च किया। अभिजीत के आउटलेट
जैसे नज़दीकी बैंकिंग आउटलेट औद्योगिक कर्मियों एवं उनके बच्चों को
औपचारिक बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करने की प्रेरणा देने में महत्वपूर्ण
भूमिका निभाएंगे।