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सुशांत सिंह राजपूत को आसनसोल के सुशांत ने दिया जीवंत रूप

आसनसोल के प्रसिद्ध मूर्तिकार सुशांत राय ने विश्वकर्मा पूजा पर किया मोम की प्रतिमा का लोकार्पण

सुशांत सिंह राजपूत को आसनसोल के सुशांत ने दिया जीवंत रूप
आसनसोल मेंं मोम से बनी सुशांत सिंह राजपूत की प्रतिमा

बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता, आसनसोल ःपश्चिम बंगाल आसनसोल के रहने वाले मूर्तिकार सुशांत राय ने अपने जीवन मे कई मूर्तियां बनाई है। उन्होंने उन तमाम मूर्तियों में एक ऐसी मूर्ति बनाई है, जिस मूर्ति की प्रशंसा करते वह खुद नही थकते। उन्होंने दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत की आकर्षक प्रतिमा मोम से बनायी। गुरुवार को विश्वकर्मा पूजा पर इसका लोकार्पण किया।

देश की अभी सबसे बड़ी अनसुलझी मिस्ट्री सुशांत सिंह राजपूत की मौत

सुशांत सिंह राजपूत की मौत देश की अभी सबसे बड़ी अनसुलझी मिस्ट्री है एक ऐसी मिस्ट्री जो सुलझने के बजाए दिन प्रतिदिन उलझती ही जा रही है। इस मामले ने पूरी देश की जनता का धयान अपनी तरफ खींच लिया है। देश की जनता हर दिन हर समय और हर एक लम्हा ये जानना चाहती है कि आखिरकार सुशांत सिंह की मौत का राज है क्या पर इस बीच ही पश्चिम बंगाल आसनसोल के रहने वाले मूर्तिकार सुशांत राय की अगर माने तो वो फ़िल्म एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के फिल्मों के खूब दीवाने थे। उनकी फिल्में देखना उनकी फिल्मों के गाने सुनना उनको बहोत पसंद था । यही कारण था के वो उनके बहुत बड़े फैन हो चुके थे ।

सुशांत की प्रतिमा अपनी म्यूजियम में ही रखेंगे सुशांत

मूर्तिकार सुशांत का मानना है के सुशांत के हर एक किरदार में उन्हें उनकी अपनी जिंदगी में कुछ सीखने को मिलता था जिससे वो प्रेरणा तो लेते ही थे। साथ ही वो अपने परिवार के सदस्यों को भी देते थे। पर सुशांत की मौत की खबर ने उन्हें अंदर से झंकझोर कर रख दिया और वो मूर्तिकार सुशांत उदास हो गए मानो उनकी जीवन मे अंधेरा छा गया हो फिल्मों के जरिए उनको उनके जीवन मे मार्ग दर्शन देने वाला उनका वो चहेता हीरो अब वो उनको हमेशा -हमेशा के लिए छोड़कर जा चुका था। सुशांत के परिजनों ने उनका होंसला बढ़ाया और उनको हिम्मत दी परिजनों ने उनसे ये कहा के अन्य बड़ी हस्तियों के साथ -साथ वो अपने चहिते हीरो सुशांत सिंह का भी एक मूर्ति बनाएं जो मूर्ति उनके जीवन मे सुशांत सिंह की कमी को दूर करेगी।

उनके जीवन मे उसी प्रकार ऊर्जा भरेगी जैसे के वो अपने जीवन काल मे अपने फिल्मों के जरिए उन्हें देते थे । परिजनों के कहने पर शिल्पिकार सुशांत ने अपने हीरो सुशांत का मोम की मूर्ति बना डाली और अब वो जब भी खुद को अकेला पाते हैं। वो सुशांत की मूर्ति के पास आकर उनसे बाते करते हैं उनसे सीख लेते हैं मूर्तिकार सुशांत ने कहा के वो इस मूर्ति को हमेशा हमेशा के लिए अपने घर मे बने म्यूजियम में रखेंगे और देखभाल करेंगे अगर उनके परिजन उनसे कहेंगे तो वो उनके लिए उनकी मूर्ति बनाकर भेंट करेंगे।

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