Railpar : आकाओं की कब्र खोद रहे चम्मचे
बंगाल मिरर, आसनसोल : कहावत है कि सूपवा दोषे चलनिया के.. .। कुछ यही हाल इन दिनों रेलपार में टीएमसी नेता के चम्मचों और बेलचों का है। कटमनी की कमाई के आदी हो चुके, ये चम्मचे अपनी हरकतों से अपने आकाओं की ही कब्र खोदने में लगे है। सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट का खेल खेला जा रहा है। इस खेल ने सारी मर्यादा और सीमायें लांघ दी है।




सोशल मीडिया पर गाली गलौज से लेकर अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग किया जा रहा है। जिसके कारण लोग धीरे-धीरे ऐसे लोगों से दूरी बनाने लगे हैं। वहीं इसका खामियाजा तृणमूल कांग्रेस को भुगतना पड़ सकता है।
रेलपार में कटमनी की कमाई चाहे अवैध कारोबार से हो या फिर ठेकेदारों से कमीशनखोरी में। हाल के वर्षों में अपने आकाओं को सामने रखकर कई चम्मचों ने लाखों-लाख रुपये की संपत्ति पीट ली है। अब अपने कुनबे को बचाये रखने के लिए वह अपने आकाओं का नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं। अब चाहे मजबूरी हो या जानबूझकर हो आका भी इन्हें रोक नहीं पा रहे हैं।
कोई किसी पर भाई की संपत्ति हड़पने का आरोप लगा रहा है, तो कोई अवैध धंधों में शामिल होने का। दोनों ओर के चम्मचे एक-दूसरे की पैंट खोल रहे हैं, यानि की हालत वहीं हो चली है कि हमाम में सभी नंगे।