जेल जाने के डर से भाजपा का दामन थाम रहे : ममता
ममता ने उत्तर बंगाल दौरे के दौरान अपने बागी नेताओं पर किया सियासी हमला
ममता अपने पार्टी के इन नेताओं को अब नहीं करेंगी बर्दास्त
बंगाल मिरर, राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पश्चिम बंगाल में होने वाले आगामी 2021 का चुनाव जिस तरह से नजदीक आ रहा है, ठीक उसी तरह बंगाल की चुनावी सरगर्मी भी बढती ही जा रही है। एक तरफ जहां ममता के सबसे दिग्गज नेता शुवेंदु अधिकारी ने पार्टी से अपनी नाराजगी दरसाई। जिसके बाद पार्टी के कई नेता और विधायकों व मंत्रियों की भी पार्टी से नाराजगी खुलकर सामने आने लगी।
वहीँ देखा गया की शुवेंदु ने धीरे-धीरे पार्टी से अपनी दूरियां बनानी शुरू कर दी और एक के बाद एक पार्टी के सभी पदों व मंत्रालय से भी उन्होंने अपना त्याग पत्र दे दिया। पार्टी से उन्होंने हमेशा हमेशा के लिए दूरियां बना ली।
शुवेंदु द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद पार्टी में बगावत की लहर दौड़ गई। राज्य के कई जिलों से पार्टी के छोटे से लेकर बड़े नेता भी पार्टी के प्रति अपनी नाराजगी दिखाते हुए पार्टी के पदों से त्याग पत्र देने लगे। पार्टी में नेताओं के द्वारा दी जा रही। त्यागपत्र से एक तरफ जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी की मुश्किलें जिस तरह से बढ़ रही हैं।
वही दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ने अपने मुश्किलों पर पर्दा डालते हुए उत्तर बंगाल दौरे पर अपने पार्टी के बागी नेताओं पर सियासी हमले करते हुए कह दिया है की उनके पार्टी के कुछ नेता 10 वर्षों तक खूब मलाई खाए हैं। अब जब चुनाव नजदीक आ गया तो वो भाजपा की धमकियों से डर कर जेल जाने से बचने के लिए पार्टी से बगावत कर भाजपा का दामन थाम रहे हैं।
उन्होंने और कहा की उनको किसी से डर नहीं लगता अगर किसी की हिम्मत हो तो वो उन्हें जेल भेज दे। वो जेल में रहकर भी चुनाव लड़ेंगी और बंगाल में अपना सत्ता कायम रखेंगी। हालांकि पार्टी के बागी नेताओं ने ममता के बयानों का किसी ने भी जवाब नहीं दिया।
दीदी से कोई परेशानी नहीं
यह जरुर कहा की उन्हें दीदी से कोई परेसानी नहीं है और ना ही उनसे कोई शिकायत है। वो पहले भी दीदी को उतना ही इज्जत देते थे जितना आज। दीदी उनके ह्रदय में बस्ती हैं पर वो चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किसोर व अभिषेक से नाराज हैं। पार्टी में उनकी दखल अंदाजी से वो नाराज है। जिस कारण वो पार्टी में उनके साथ मिलकर काम नहीं कर सकते। इसीलिए उन्होंने पार्टी के खिलाफ ये कदम उठाया है।