मुख में राम, बगल में छुरी BJP की नीति : जितेन्द्र तिवारी
लगभग डेढ़ महीने बाद, आसनसोल में पार्टी की जिला समिति द्वारा बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में जितेंद्र तिवारी
बंगाल मिरर, राजा बंदोपाध्याय और सौरदीप सेनगुप्ता, आसनसोल, 3 फरवरी: मुख में राम, बगल में छुरी BJP की नीति : जितेन्द्र तिवारी। डेढ़ महीने बाद, आसनसोल केे पूर्व मेयर और पश्चिम बर्दमान तृणमूल कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष, विधायक पांडेश्वर जितेन्द्र तिवारी TMC की प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाई दिए। जिला समिति की प्रेस कांफ्रेंस बुधवार दोपहर आसनसोल के उषाग्राम में अग्निकन्या भवन में आयोजित की गई। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पांडवेश्वर के विधायक जितेंद्र तिवारी, पार्टी के प्रवक्ता तापस बंद्योपाध्याय, को-ऑर्डिनेटर हरेराम सिंह, शामिल थे।
तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की
जितेंद्र तिवारी ने दिल्ली में किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए भाजपा पर हमला किया, किसानों पर हो रहे अत्याचारों की प्रकृति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वह 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर दुर्घटना में मृत युवक आंदोलन का समर्थन करने ऑस्ट्रेलिया से आए थे। उनके दादा ने सिखों के बारे में पांच धार्मिक पुस्तकें भी लिखी थीं। उसने उन किताबों में आतंकवादियों के खिलाफ बात की कही है। उन किसानों को अब भाजपा नेताओं द्वारा आतंकवादी कहा जा रहा है।
लाल बहादुर शास्त्री का नारा था “जय जवान” “जय किसान”। बाद में दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा, “जय जवान” “जय किसान” “जय विज्ञान”। आज भाजपा ने उन किसानों को ठंड और बारिश में दिल्ली की सड़कों पर खड़ा कर दिया, जो तीनों काला कानून को हटाने की मांग कर रहे हैं। । सीमेंट की दीवारें और कंटीले तारों की बाड़ प्रदान की जा रही है। हर दिन पुलिस द्वारा किसानों को परेशान किया जा रहा है।
नरेंद्र मोदी कहते हैं कि यह कानून किसानों के लिए अच्छा है। और किसानों का कहना है कि वे यह कानून नहीं चाहते हैं। केंद्र की भाजपा सरकार किसानों के इस आंदोलन को तोड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। और यही कारण है कि किसानों के इस आंदोलन को पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में किसानों और तृणमूल कांग्रेस ने समर्थन दिया है। क्योंकि अगर इस काले किसान कानून को निरस्त नहीं किया जा सका तो देश के किसानों से लेकर आम लोगों तक सभी को नुकसान होगा।
भाजपा को बंगाल की जनता देगी जवाब
प्रेस कॉन्फ्रेंस में तापस बंद्योपाध्याय ने कहा, “हाल ही में हावड़ा में हुई भाजपा की सभा में केंद्रीय मंत्री््री््री कीी मौजूदगी में गलत राष्ट्रगान गाया गया था।” वास्तव में, उनके पास संस्कृति की कमी है। दूसरी ओर, वे इस शांतिपूर्ण बंगाल को अस्थिर करने के लिए हर पल भ्रम फैला रहे हैं। वे लोगों को मौत के कगार पर धकेल रहे हैं। इस राज्य की सरकार ने बहुत विकास किया है। इसलिए उनके पास कहने को कुछ नहीं है। इसलिए वे सद्भाव को नष्ट कर बंगाल की संस्कृति का अपमान कर रहे हैं। बंगाल की जनता समय आने पर जवाब देगी।