कुल्टी में चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन
बंगाल मिरर, साबिर अली, कुल्टी– ड्राइंग कॉम्पिटिशन का आयोजन।
कहते हैं रंगों की भाषा सबसे निराली होती है। जब उससे कोई बात कही जाए तो कान से होकर दिमाग से फिसलती नहीं है। बल्कि आंखों से होकर हृदय तक पहुंच जाती है। रविवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ। उत्साह, उमंग, यथार्थ और कल्पना के रंगों के जरिए कम उम्र के प्रतिभागियों ने खुद को अभिव्यक्त किया। मौका था ट्रस्ट एक सोच की ओर से हुए आर्ट टाइम ड्राइंग कॉम्पीटिशन का। कुल्टी के रानीतालाब अमर संघो क्लब में ड्राइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इसमें तीस छोटे बच्चो ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर अपनी भावनाओं को रंगों के जरिए व्यक्त किया। प्रतियोगिता में जो विजेता होगा, उसे एक सोच का निर्णायक मंडल चुनेगा। जिनके नामों का उल्लेख जल्दी किया जाएगा। इस कार्यक्रम का संचालन सुष्मिता बंद्योपाध्याय ने किया। उनके साथ ट्रस्ट एक सोच के मेंबर अदिति मांडल, डिब्रोतो पाल, वर्षा माजी उपस्थित थे। इस कार्यकर्म में वाउलेंटर की भूमिका में नज़र आए सायक भटाचार्या, अंकन सरकार, अनन्य बनर्जी, सुभोजित मंडल, देवजीत पटनायक।
आर्ट ड्राइंग कॉम्पीटिशन के लिए पैरेंट्स का उत्साह कम नहीं दिखा। हर कोई चाहता था कि उनके बच्चे रंगों की दुनिया में शामिल हों। इसके लिए 9 बजे से ही सभी अपने बच्चों को लेकर जुटना शुरू हो गए। हर कोई अपने बच्चे को पेंटिंग करते देख रहा था। बच्चे भी बस शीट्स मिलने के इंतजार में थे। जैसे ही उनके हाथों में शीट्स आईं, रंग भरने में उन्होंने देरी नहीं की। पेंटिंग करने के लिए सभी को एक घंटे का समय दिया गया। प्रतियोगिता में अनुसूचित जाति के बच्चों ने पूरी रुचि दिखाई और कई तरह की ड्राइंग बनाईं। इसका उद्देश्य सोसायटी के लोगों में चित्रकला के प्रति जागरूकता बढ़ना और साथ ही उनके बच्चों के भीतर की रचनात्मकता को उजागर करना था।