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SAIL WAGE REVISION लटका, NJCS में Perks पर नहीं बनी बात इंटक को छोड़ अन्य यूनियनें 30 की हड़ताल पर अड़ी

बंगाल मिरर, एस सिंह, बर्नपुर : आज भी सेल कर्मियों के वेतन पुनरीक्षण SAIL WAGE REVISION के मुद्दे पर पुनः NJCS की वर्चुअल मीटिंग हुई, सेल मैनेजमेंट की तरफ से सेल कॉर्पोरेट के ED (PA) कॉर्पोरेट केके सिंह ने अपने कल दिए प्रस्ताव पे अडिग रहते हुए और किसी भी तरह की बढ़ोत्तरी की संभावना से इंकार किया और इसका फैसला 28,29,30 फिजिकल NJCS मीटिंग में आने का प्रस्ताव रखा ताकि इसपर मैराथन मीटिंग करके इस समस्या का हल दिल्ली में निकाला जा सके। इंटक नुकसान का हवाला देते हुए 30 की हड़ताल को टालकर प्रबंधन के साथ बैठक करने पर सहमत हो गई। जबकि सीटू, एटक, एचएमएस और बीएमएस 30 जून की हड़ताल पर अड़ी है। कल से हड़ताल को लेकर जोरदार अभियान भी शुरू होगा। वहीं इंटक के इस रवैये के बाद कर्मियों के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर जहां इंटक को ट्रोल किया जा रहा है। बर्नपुर में इंटक कार्यालय में बैठक भी की गई। 

इंटक बर्नपुर यूनियन सचिव हरजीत सिंह ने बताया कि इस विषय पर बोलते हुए इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव रेड्डी ने पिछले लगातार 6 दिनों से वर्चुअल मीटिंग में चले आ रहे आपस मे यूनियन के बीच बिभिन्न मुद्दे को लेकर मतभेद के बारे में सभी को संबोधित करते हुए कहा कि जब मैनेजमेंट वेतन समझौते को लेकर बात करने के लिए लगातार तैयार है तो स्ट्राइक करके नुकसान का मतलब नही बनता ये तब होता जब मैनेजमेंट हमसे बातचीत ही नही करती। इसलिए इंटक फिजिकल मीटिंग के पक्ष में है और जबतक बातचीत का रास्ता खुला है हम स्ट्राइक को postpotned करते है। मैनेजमेंट के प्रस्ताव “अलग अलग ग्रेड के कर्मियों को अलग percetage पर्क्स देने ” की बात को नकारते हुए सभी (S1 से S11) को एक समान पर्क्स परसेंटेज देने की मांग की है ताकि प्लांट में और सभी क्षेत्र के बिभिन्न वर्ग के कर्मियों के बीच तालमेल के साथ साथ प्लांट के कार्य संस्कृति में कोई परेशानी न आए।

एक दूसरे को नीचा दिखाने की राजनीति

दूसरी तरफ NJCS के कुछ यूनियन अभी तक 5 साल के वेतन समझौते SAIL WAGE REVISION का दिखावा कर रहे और 10 साल के समझौते पर सिग्नेचर न करने की बात कहते है, 13% mgb के फैसले को नकारते भी नही ओर स्वीकारते भी नही, यह केवल भ्रमित वाली एक दूसरे को नीचा दिखाने की राजनीति वाली चाल चली जा रही, कैसे मजदूरों का भला हो जल्द समाधान हो इसकी सोच किसी के पास नही। इसी सब के कारण इंटक 30 जून के स्ट्राइक के फैसले से खुद को अलग करता है और सेल मैनेजमेंट से बातचीत जब तक जारी है तब तक समाधान का रास्ता ढूंढने की कोशिश करेगा। अन्य चारो यूनियन ने स्ट्राइक पर रहने की बात दोहराई है। इसी के साथ मीटिंग समाप्त हो गयी और अगली मीटिंग जुलाई के प्रथम सप्तह में दिल्ली में बुलाई जाने की संभावना है।आज की मीटिंग में मैनेजमेंट की तरफ से सभी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर , इंटक की ओर से , संजीवा रेड्डी, बी इन चौबे,श्री सुशील बघेल, दी स पणिकर, बिकास घटक, हरजीत सिंह, सीटू की तरफ से श्री तपन सिंह, एटक के अध्यक्ष श्री रामेंद्र कुमार, HMS के राजेन्द्र सिंह BMS की तरफ से श्री देवेंद्र पांडेय समेत सभी सेंट्रल ट्रेड यूनियन के NJCS प्रतिनिधि उपस्थित थे।

30 जून को इस्पात मजदूरों की हड़ताल होगी : विद्यासागर गिरि

राष्ट्रीय सचिव ,एआईटीयूसी, उपाध्यक्ष ,ऑल इंडिया स्टील वर्कर्स फेडरेशन विद्यासागर गिरि ने कहा कि आज की एनजेसीएस (NJCS) बैठक में ही इंटक ने अपने को हड़ताल से अलग किया है ,लेकिन अन्य सभी घटको ने एक स्वर से हड़ताल पर डटे रहने का निर्णय किया है ,जो जारी रहेगा। कल 28 और परसों 29 जून को सभी इस्पात मजदूर , ठेका मजदूर, कैपटिव माइंस के खदान के मजदूर सहित एस आर यू, बीपीएससीएल एवं सेल के सभी इकाइयों और कार्यालयों में हड़ताल की तैयारी करें और 30 जून को देशव्यापी इस्पात मजदूरों की हड़ताल को मुकम्मल तौर पर सफल बनाएं।
28 जून को काला बिल्ला लगाकर ड्यूटी करें । 29 जून को जहां भी रहे उपवास करें ,भूख हड़ताल करें और आरआईएनएल में हड़ताल के साथ सेल के सभी इकाईयों और प्लांटों में 30 जून की हड़ताल की सफलता के लिए पूरी शक्ति से जुट जाएं ।
इस्पात मजदूरों की बनी एकता के लिए क्रांतिकारी अभिनंदन के साथ

सीटू डीएसपी यूनियन के सौरभ दत्ता ने कहा कि प्रबंधन अड़ियल रुख अपना रहा है। हड़ताल टालने के लिए हथकंडे अपना रही है। प्रबंधन जुलाई के पहले सप्ताह में बैठक करने की बात कह रही है।  लेकिन सीटू समेतअधिकांश यूनियनें हड़ताल पर अडिग है। इसलिए सभी हड़ताल की तैयारी करें। 
बीएमएस के हिमांशु बल ने कहा कि प्रबंधन पिछले SAIL WAGE REVISION प्रस्ताव पर अड़ी रही। बीएमएस ने स्पष्ट कह दिया है कि पर्क्स पर सहमति न बनने पर हड़ताल होगी। इसलिए सभी 30 की हड़ताल करें।

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