35 करोड़ के स्मार्ट लाइट योजना में लापरवाही, कंपनी पर नगरनिगम ने करायी एफआईआर
बंगाल मिरर, एस सिंह, आसनसोल : आसनसोल नगर निगम ने स्मार्ट स्ट्रीट लाइट लगाने और रखरखाव के लिए जिम्मेदार निजी कंपनी द्वारा लापरवाही बरतने के आरोप को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. नगर निगम के चेयपर्सन अमरनाथ चटर्जी ने कहा कि एजेंसी समझौते के अनुसार काम नहीं कर रही है.यह समझौता चार साल पहले हुआ था जब पांडवेश्वर के पूर्व विधायक जितेंद्र तिवारी आसनसोल नगर निगम के मेयर थे। यह सही है, कंपनी उन स्मार्ट लाइटों को नगर पालिका के 106 वार्डों में लगाएगी। साथ ही संस्था को मेंटेनेंस की जिम्मेदारी भी दी गई थी। इसके लिए 35 करोड़ की राशि का टेंडर हुआ था।



नगर प्रशासक ने कहा, ”कुल्टी, रानीगंज, जमुरिया, बर्नपुर सहित आसनसोल औद्योगिक क्षेत्र के विशाल क्षेत्रों की सभी स्ट्रीट लाइटों के लिए आसनसोल के रवींद्रनाथ भवन से सेंट्रल सिस्टम लगाया गया था.” कई जगहों पर लाइट खराब हो गई है। कंपनी मेंटेनेंस का काम ठीक से नहीं कर रही है। इसलिए हमने आसनसोल साउथ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।
इस बारे में पूछे जाने पर जितेंद्र तिवारी ने कहा, ”अगर कोई कंपनी नगर निगम की शर्तों के अनुपालन में काम नहीं करती है तो उसके खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए.”
जो भी जिम्मेदार, उनपर हो कार्रवाई
आइएनटीटीयूसी नेता राजू अहलूवालिया ने कहा कि वह नगर निगम आयुक्त और चेयरपर्सन को इस कार्रवाई के लिए धन्यवाद देते हैं। उन्होंने जो शिकायत की थी, उस पर कार्रवाई हुई है। इस मामले में जो भी दोषी हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने अन्य जो भी मुद्दे उठाये थे, उसकी भी जांच कर जो लोग भी उसमें लिप्त हैं, उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाए।