ई-चालान से पूजा बाद मिलेगा बालू, कीमतें हुई दोगुनी, बिगड़ा बजट
बंगाल मिरर, एस सिंह, आसनसोल : शिल्पांचल में बालू संकट के कारण निर्माण कार्य ठप हैं और हजारों मजदूर बेकार बैठे हैं। संभावना है कि इसी महीने दुर्गापूजा के कुछ दिनों बाद पश्चिम बर्द्धमान जिले में ई-चालान के माध्यम से फिर से बालू मिलने लगेगा। इससे उनलोगों का संकट कम होगा, जिन्होंने निर्माण कार्य बंद कर दिया है या काम नहीं मिल रहा है। फिलहाल इस व्यवस्था से बालू की कीमतें दोगुनी हो गई हैं। घाटों को नये सिरे से लीज पर देने की टेंडर प्रक्रिया चल रही है। जिसके बाद हो सकता है कि कीमतों में कुछ कमी आये। फिलहाल पांच लीज होल्डरों को पहले से पड़े हुए बालू आपूर्ति की अनुमति दी गई है। लेकिन इसके लिए ई-चालान अनिवार्य है।जिसके बाद बालू आपूर्ति शुरू की गई थी। लेकिन फिर उसे रोक दिया गया।
जिला भू-राजस्व विभाग के अतिरिक्त जिला शासक संदीप टुडू ने कहा कि जिन लोगों को बालू घाट का पट्टा पहले से दिया हुआ था। उन्होंने सरकारी खजाने में पैसा जमा कर दिया है और ई-चालान के जरिए बालू की आपूर्ति कर सकेंगे। बीएलआरओ को अन्य जगहों पर कहां और कितनी रेत है इसकी जानकारी देने को भी कहा गया है। रेत बेचने से पहले, पश्चिम बंगाल खनिज विकास व्यापार निगम के पोर्टल पर लॉग इन करना होगा और चालान निकालना होगा। फिर उस चालान के आधार पर किसी भी व्यक्ति को जिनका पट्टा है, वह व्यापारी बालू बेच सकते हैं। बीएलआरओ अगले कुछ दिनों में जो जानकारी जुटाएंगे उनमें चालू वित्त वर्ष में कितने लोगों को किस घाट पर लीज पर दिया गया था और कितने का चालान निकालकर बालू उठाया गया है। सरकार के पास उन्होंने राशि जमा कराई है कि नहीं, सारी जानकारी इक्ट्ठा करने का निर्देश दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बालू तस्करी पर चिंता व्यक्त करते हुए ई-चालान के माध्यम से इस व्यवस्था को लागू करने का निर्देश दिया था। निर्देश के बाद, राज्य के मुख्य सचिव ने पश्चिम बंगाल खनिज विकास व्यापार निगम को प्रत्येक जिले में मामले को देखने का निर्देश दिया। निर्देश दिया गया किसी भी मैनुअल या हस्तलिखित चालान से बालू की आपूर्ति नहीं की जा सकती है।
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