PANDESWAR-ANDAL

Blast : पांडवेश्वर में कई भवन ध्वस्त, भाजपा ने  मांगी एनआईए जांच, विधायक ने  जताई साजिश की आशंका, पुलिस ने कहा जांच जारी

बंगाल मिरर, पांडवेश्वर : पांडवेश्वर में पुराने श्मशान घाट इलाके में  चार परित्यक्त भवन ध्वस्त हो गये। कहा जा रहा है कि बम विस्फोट के कारण क्षतिग्रस्त हो गया। इसे लेकर इलाके में दहशत का माहौल है। सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंचकर इलाके को घेर दिया है। उक्त जगह पर किसी को जाने नहीं दिया गया। वहीं इसे लेकर राजनीतिक आरोप- प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। भाजपा ने जहां इसकी एनआईए जांच की मांग की है। वहीं टीएमसी ने इसके पीछे साजिश की आशंका जताई। पुलिस का कहना है कि मामले की छानबीन जारी है। जांच के बाद ही सबकुछ स्पष्ट होगा। 

इस संबंध में पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी रविवार अपने आवासीय कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन किया। जितेंद्र तिवारी ने आरोप लगाया कि पांडवेश्वर में पुराने श्मशान घाट के पास बम विस्फोट होने से चार घर छतिग्रस्त हो गया। उन्होंने कहा कि वहां पर बने 4 कमरे पूरी तरह से ध्वस्त हो गए। इसे पता चलता है कि कम से कम 100 से ज्यादा बम विस्फोट किए गए थे। तभी इतना बड़ा नुकसान हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले को भी दबाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही उन्होंने सत्ता पक्ष के नेताओं पर उंगली उठाते हुए कहा कि वह विकास के कार्य करने के बजाय इस तरह से इन हथियारों को इकट्ठा किया जाए। इनको जमा किया जाए इसे लेकर ज्यादा चिंतित हैं। 

उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा कर्मियों पर राजनीतिक हमले हो रहे थे। वह लोग खामोश थे। लेकिन अब बात राज्य और देश की सुरक्षा की आ गई है। इसलिए अब वह खामोश नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि पांडवेश्वर में जो कुछ हुआ इसकी जानकारी देश के गृहमंत्री अमित शाह को दी और उन्होंने इस पूरी घटना की एनआईए से जांच करवाने की मांग की। जितेंद्र तिवारी ने कहा कि पूरे मामले की जानकारी गृह मंत्रालय को दी गई है। उनसे इस बारे में शिकायत भी की गई है। उन्होंने कहा कि अगर एनआईए द्वारा इसकी जांच कार्रवाई जाए तो असली अपराधी सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने इस बात पर भी हैरानी जताई कि दुर्गापुर में जब मुख्यमंत्री की प्रशासनिक बैठक चल रही थी। उसी दिन सुबह में दुर्गापुर महकमा के पांडवेश्वर में इस तरह की बमबाजी कैसे हो सकती है। इसे पता चलता है कि प्रशासन सुरक्षा को लेकर कितना ढुलमुल रवैया अपनाए हुए हैं।

 जितेंद्र तिवारी ने कहा की एक विरोधी दल होने के नाते वह इस मामले का विरोध करते हैं और उन्होंने टीएमसी के नेताओं से भी इस मामले का विरोध करने और इसकी निष्पक्ष जांच करवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि भले ही सामूहिक रूप से यह असामाजिक तत्व अपने निजी स्वार्थ के लिए सत्तापक्ष का समर्थन करें। लेकिन अंततोगत्वा यह टीएमसी के लिए भी खतरनाक साबित होंगे क्योंकि यह असामाजिक तत्व प्रदेश के लिए और देश के लिए खतरनाक है। उन्होंने शिल्पांचल की कानून व्यवस्था को लेकर  सवाल खड़े किए। मौके पर जीत  राणा, पिनाकी मिश्रा, सन्तु हालदार, सजल सूत्रधर, सुदीप सिंह आदि उपस्थित थे।इसके जवाब में पांडवेश्वर के विधायक नरेंद्र नथ चक्रवर्ती ने कहा कि दो दिन वह बेहद व्यस्त थे। आसनसोल में मुख्यमंत्री की जनसभा थी। उसके उपरांत दुर्गापुर में प्रशासनिक बैठक थी। इसी दौरान उनको जानकारी मिली कि पांडवेश्वर में पुराने श्मशान घाट में चार घर ध्वस्त हो गए हैं और कुछ लोग इसके पीछे बम विस्फोट को वजह बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब आरोप लगाए जा रहे हैं तब उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

लेकिन विधायक ने इस बात पर थोड़ी सी हैरानी जताई कि मुख्यमंत्री के जिस दिन दुर्गापुर में प्रशासनिक बैठक थी। उससे पहले पांडवेश्वर में बम विस्फोट की बात कही जाती है। एनआईए को चिट्ठी तक लिख दी जाती है और सुबह संवाददाता सम्मेलन भी कर लिया जाता है। उन्होंने इसमें साजिश होने की आशंका जताई। इसके साथ ही उन्होंने इन आरोपों को लगा रहे लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि पांडवेश्वर एक शांतिप्रिय इलाका है और इससे अगर कोई भी अशांत करने की कोशिश करेगा तो पांडवेश्वर की जनता उसे बर्दाश्त नहीं करेगी। हालांकि उन्होंने बताया कि अगर सच में कोई घटना हुई है तो वह मीडिया के माध्यम से भी और व्यक्तिगत तौर पर भी प्रशासन से अनुरोध करेंगे कि इसकी निष्पक्ष जांच हो और अगर इसमें कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।

वहीं इस घटना के संदर्भ में  डीसीपी अभिषेक गुप्ता  ने कहा की यहां जो चार घर टूट कर गिरे है। वह बहुत पुराने थे और वह काफी जर्जर हालत में थे। उन्होंने कहा कि देखकर जो लग रहा है ऐसा प्रतीत होता है कि अचानक गिर गया।  एक शिकायत मिली है। उसकी जांच की जा रही है और मलबे के अंदर से नमूने संग्रह किए जा रहे हैं। जिनकी फॉरेंसिक जांच की जाएगी उसके बाद ही इन घरों के अचानक इस तरह से गिरने की वजह पता चलेगी। उन्होंने कहा कि इन घरों में कोई रहता नहीं था। इस वजह से इनके इस तरह से टूट कर गिरने की असली वजह कोई बता नहीं पा रहा है। लेकिन इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। जब उनसे पूछा गया कि कुछ लोग कह रहे हैं कि उन्होंने बम विस्फोट जैसी कुछ आवाज सुनी थी। इस पर पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह जांच का विषय है। क्योंकि कुछ लोगों का कहना है कि उन्होंने मकान ढहने जैसी आवाज सुनी थी। पूरे मामले की सघनता से जांच की जाएगी और उसके बाद ही इन घरों के इस तरह से टूट कर गिरने की असली वजह का पता चलेगा।

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