SAIL NJCS Meeting Latest Update : बैठक बेनतीजा समाप्त, S-12 नया ग्रेड की मांग
बंगाल मिरर, एस सिंह, बर्नपुर : ( Sail NJCS Meeting Update ) स्टील आथरिटी आफ इंडिया ( SAIL ) में कार्यरत 50 हजार से अधिक कार्मिक वेतन समझौते से नाखुश है। विभिन्न यूनियनों की ओर से कर्मियों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए लंबे समय से एनजेसीएस बैठक बुलाने की मांग कर रहे थे। बैठक नई दिल्ली में सुबह 11:30 बजे से शुरू हुई। इस दौरान प्रबंधन और यूनियनों के बीच विभिन्न मुद्दों मुद्दों पर चर्चा हुई लेकिन सहमति नहीं बन पाई वही प्रबंधन ने अधिकांश मुद्दों को सब कमेटी पर छोड़ दिया इस दौरान पर पर टैक्स बेनिफिट एग्जीक्यूटिव के तर्ज पर मिलने को लेकर चर्चा हुई वहीं नई ग्रेड s12 के सृजन को लेकर भी बातचीत हुई लेकिन इस पर आधिकारिक कुछ निर्णय नहीं हो पाया है लंबे समय से लंबित रात्रि कालीन भत्ते के रिवाइज करने पर भी बातचीत हुई।
बैठक में क्या हुआ इसे लेकर दिन या नो में ही मतभेद देखा जा रहा है एक और कुछ इन्होंने दावा कर रही है कि कुछ मुद्दों पर आम राय बन गया है वह एक यूनियन की ओर से कहा जा रहा है कि फिलहाल कोई फैसला नहीं। अनन्या ने दावा कर रही हैं कि वेतन स्ट्रक्चर को लेकर सहमति बन गई है वहीं प्रबंधन एरिया को लेकर अगस्त में होने वाली बैठक में चर्चा करेगा। वही निलंबित कर्मचारियों को लेकर प्लांट स्तर पर डायरेक्टर इंचार्ज के जिम्मे निर्णय छोड़ दिया गया है
स्टील वर्कर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव ललित मोहन मिश्रा ने कहा कि सेल ने एक लाख करोड़ से अधिक के कारोबार के साथ सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हासिल किया है। गंभीर बाहरी प्रतिकूलताओं के बावजूद सेल ने स्थायी और ठेका श्रमिकों दोनों के योगदान के कारण ही मील का पत्थर हासिल किया है। फिर भी, प्रबंधन ने वेतन संशोधन से संबंधित श्रमिकों की लंबे समय से लंबित वैध मांगों पर कुछ भी सकारात्मक नहीं किया। केवल मुद्दा, जिसे एनजेसीएस में तय किया जा सकता है, वह है कैफेटेरिया प्रारूप के तहत वेतनमान और भत्ते, जैसा कि संबंधित उप समिति द्वारा तय किया गया है। लेकिन नए एस-12 वेतनमान के निर्माण और ठहराव से बचने के लिए निचले हिस्से में कुछ वेतनमानों की पुन: जांच और पुन: काम करने के मामले में, प्रबंधन ने सीटू और अन्य द्वारा उठाई गई मांगों को नजरअंदाज कर दिया।
चर्चा के दौरान सीटू ने शुरुआत में ही सहमति पर पहुंचने के उद्देश्य से समझौता ज्ञापन पर फिर से बातचीत करने के लिए निम्नलिखित बिंदु उठाए। 1) वेतन संशोधन से संबंधित आंदोलनों के मद्देनजर सभी प्रतिशोधी दंड, स्थानांतरण और निलंबन आदेशों को वापस लें। 2) 10 साल के समझौते के कारण भारी नुकसान की भरपाई के लिए समझौता ज्ञापन में निर्धारित एमजीबी के अलावा दो अतिरिक्त वेतन वृद्धि। 3) बिना किसी शर्त के 1/1/2017 से पूर्ण बकाया का भुगतान। 4) सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार संशोधित वेतन पर एचआरए। 5) मूल वेतन में पर्याप्त वृद्धि के साथ ठेका श्रमिकों का सम्मानजनक वेतन समझौता। 6) कार्यपालकों की तुलना में बकाया भत्ते के भुगतान में कोई भेदभाव नहीं। प्रबंधन को भी अधिकारियों के साथ एक ही पंक्ति में श्रमिकों द्वारा देय घर-भत्तों के कारण आयकर का हिस्सा वहन करना होगा।
7) दासा (कठिन क्षेत्र विशेष भत्ता) को सर्वसम्मति से सुलझाया जाना है, प्रतिशत दर में कोई कमी नहीं 8) ग्रेच्युटी की कटौती / कैपिंग के लिए एकतरफा परिपत्र वापस लेना 9) पेंशन के मामले में एनपीएस को वैकल्पिक बनाया जाना चाहिए। सेल पेंशन ट्रस्ट द्वारा प्रबंधित की जाने वाली पेंशन। पेंशन अंशदान दर को “अफोर्डेबिलिटी” के राइडर के साथ नहीं जोड़ा जा सकता है। 10) पदनाम परिवर्तन का मुद्दा तत्काल लागू किया जाएगा। 12) पदोन्नति के लिए प्रशिक्षण अवधि को पूर्व निर्धारित अनुसार शामिल किया जाना चाहिए। 13) नया ग्रेड, एस -12 शामिल किया जाना चाहिए। 14) सभी के लिए 3% की वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए कुछ पैमानों में ऊपरी सीमा बढ़ाई जानी चाहिए। 15) आरआईएनएल कर्मियों को भी पूरा भुगतान का मांग किया गया
बैठक में सीटू से तपन सेन ने कहा, जिस तरह से स्थायी और ठेका श्रमिकों ने कोविड-19 सहित विभिन्न समस्याओं पर काबू पाकर राज्य के सार्वजनिक क्षेत्र का इस्पात उद्योग को एक उंचाई पर पहुँचाया है, उसका अधिकारियों द्वारा ठीक से मूल्यांकन किया जाना महत्वपूर्ण है।मैनेजमेंट इस वित्तीय वर्ष में कंपनी का घाटा पिछले वित्तीय वर्ष के लाभ से अधिक है। उन्होंने कहा कि मजदूरों ने उनसे कहा कि वे इतने पैसे पाने की उम्मीद नहीं किए थे, यहां किसी भी अन्य कंपनी से ज्यादा भुगतान किया जाता है। फिर से हमारी कंपनी की स्थिति बताना शुरू किया है।
तपन सेन का कहना है कि केवल चुने हुए पसंदीदा लोगों से बात करके पूरे कार्यबल की राय ली जा रही है । सेन जी कहा कि एक दिन की मीटिंग कि समय बर्बाद किया जा रहा है । श्रमिकों की आय के बारे में चर्चा होने दें। तर्क दिया। चर्चा जारी है। तपन सेन ने कहा कि पिछली बैठक के मिनटों में लिखा गया था कि हर कोई सोशल मीडिया पर एनजेसीएस सदस्यों और एलरनेट सदस्यों को गाली देने के खिलाफ है। वास्तव में आप इस विषय को उठाते हैं, बहुत से लोग इसका समर्थन करते हैं । हमने इन सब मुद्दों पर श्रमिकों के निलंबन/स्थानांतरण के खिलाफ क्या कहा – मिनटों में नहीं। हमने विशिष्ट कारणों से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर नहीं किया – मिनटों में उल्लेख नहीं किया गया।
SAIL NJCS Meeting Update वहीं एजेंडे को लेकर कर्मियों में आक्रोश है। उनका कहना है कि इतने दिन के बाद पूर्ण एनजेसीएस मीटिंग बुलाया गया और वेतन पुनरीक्षण के बस दो मुद्दे- कर्मियों के पे स्केल और कैफेटेरिया के अंदर आने वाली भत्ते। बाकी 39 माह का MGB का एरियर, पर्क्स का एरियर, रात्री भत्ता, HRA, MoA, HRR पर आयकर में अधिकारियों जैसा छूट, बोनस फॉर्मूला, पदनाम, इत्यादी अन्य गम्भीर मुद्दे कहाँ गए।