Asansol शहर में होगी 136 दुर्गापूजा, पढ़ें प्रशासन ने क्या दिये निर्देश
बंगाल मिरर, आसनसोल : ( Durgapuja In Asansol ) शिल्पांचल में दुर्गोत्सव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। प्रशासन भी अपने स्तर से त्योहारों के शांतिपूर्ण आयोजन की तैयारी में जुटा है। आसनसोल दक्षिण थाना की ओर से रविवार की शाम रवींद्र भवन में दुर्गापूजा और अखाड़ा कमेटियों को लेकर शांति कमेटी की बैठक की गई। इस दौरान पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल ) डा. कुलदीप एसएस, थाना प्रभारी कौशिक कुंडू मेयर परिषद सदस्य गुरुदास चटर्जी राकेट, साउथ ट्रैफिक प्रभारी चिन्मय मंडल, साउथ पीपी प्रभारी अनंत राय, पीपी ट्रैफिक प्रभारी तरुण, पार्षद राजेश तिवारी, महावीर स्थान के सचिव अरुण शर्मा, उत्पल राय चौधरी, शाह आलम, मो. असलम आदि मौजूद थे।




इस दौरान थाना प्रभारी कौशिक कुंडू ने कहा दक्षिण थाना इलाके में कुल 136 दुर्गापूजा का आयोजन हो रहा है। इसमें 123 सरकारी मान्यता प्राप्त, 13 गैर मान्यता प्राप्त है एक नये पूजा की शुरूआत मोहशीला में हो रही है। जिसे भी सरकारी मान्यता नहीं है। 22 सितंबर को पूरे जिले के पूजा कमेटियों को लेकर रवींद्र भवन में ही पुलिस आयुक्त और जिला शासक के नेतृत्व में बैठक होगी।
पंडाल में प्रवेश से अधिक निकास की करें व्यवस्था
पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल ) डा. कुलदीप एसएस ने कहा कि इस वर्ष दुर्गापूजा को लेकर अधिक उत्साह है। कोरोना संकट के बाद पहली बार दुर्गापूजा भव्य रूप से हो रही है। वहीं यूनेस्को से सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया जाना सभी के लिए गौरव की बात है। इसलिए पूजा पंडालों में प्रवेश से अधिक निकास की व्यवस्था करें। सभी पंडालों में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी लगाएं और स्वयंसेवक पर्याप्त संख्या में रखें। विसर्जन के लिए निर्धारित तिथियों और निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि शहर में कालीपहाड़ी से कल्ला मोड़ तक समेत विभिन्न इलाकों में 120 सीसीटीवी पुलिस ने लगाए हैं। इसके साथ ही नाका चेकिंग की जा रही है। उन्होंने अपील किया कि साइबर अपराध से बचाव के लिए जागरूकता संदेश पंडालों में प्रदर्शित करें।
अखाड़ा के दौरान पुलिस के साथ बनाएं समन्वय
उन्होंने कहा कि यहां नवमी और दशमी को अखाड़ा निकलता है। हर अखाड़ा के लिए एक पुलिस अधिकार नियुक्त किया जाएगा। सभी कमेटियां 15-20 सदस्यों की सूची पुलिस को दें ताकि पुलिस और उनके बीच बेहतर समन्वय रहे। इस दौरान अफवाह से बचें। उपद्रव न हो इसका ख्याल रखें। किसी तरह का कोई आपत्तिजनक गाना न बजने दें। इसके लिए ध्यान रखें कि कोई भी अन्य व्यक्ति साउंड सिस्टम का इस्तेमाल न करें। यहां अस्त्र-शस्त्र पर पहले से ही रोक है, इसलिए कोई भी अखाड़ा में न लेकर जाएं। सभी मिलकर प्रशासन का सहयोग करें और शांति के साथ उत्सव का आनंद लें। इस दौरान विभिन्न पूजा कमेटियों ने सुझाव भी दिए। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि उनपर अमल किया जाएगा।