ASANSOL

Railway बचाओ, देश बचाओ : पीके झा

Asansol स्टेशन के बाहर ईआरएमयू का धरना, कल बीएनआर में प्रदर्शन

बंगाल मिरर, आसनसोल : ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर पूरे भारत में रेलवे के कर्मचारी आज भूख हड़ताल पर बैठ गए इसी कड़ी में आसनसोल रेलवे स्टेशन पर भी ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के सदस्यों ने भूख हड़ताल की इस संदर्भ में ईस्टर्न रेलवे में सीनियर सेंट्रल के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री प्रवीण कुमार झा ने बताया की ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन द्वारा 3 दिनों का विरोध कार्यक्रम किया जा रहा है कल ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के सदस्यों ने ट्रेनों में जा जाकर रेलवे कर्मचारियों को लिफलेट के जरिए समझाने की कोशिश की थी कि किस तरह से केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण उनको वंचित किया जा रहा है 

आज भूख हड़ताल की जा रही है वहीं कल स्टेशनों में और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा उन्होंने कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण रेलवे निजी करण की तरफ बढ़ रहा है इसके खिलाफ उनका यह विरोध प्रदर्शन है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्पेशल ट्रेनों के नाम पर जब ट्रेनें चलाई जा रही हैं उन्हें क्या विशेष है लेकिन किराए बढ़ा दिए गए हैं इस तरह से लोगों को बरगला कर उनसे ज्यादा पैसे एंड ना यह सही नहीं है इतना ही नहीं कोलकाता,  सियालदह, हावड़ा के क्लॉक रूम को निजी हाथों में सौंपने के लिए टेंडर निकाला गया है इस प्रदर्शन के जरिए इसका भी विरोध किया जा रहा है । 

 कृष्णा सेन गुप्ता ने कहा कि रेलवे प्रबंधन द्वारा रेलवे कर्मचारियों को स्वास्थ्य सुविधाएं सही ढंग से मुहैया नहीं कराई जा रही हैं अगर इसे रेलवे कर्मचारी की तबीयत ज्यादा खराब होती है तो उसे अपने प्रयास से इलाज करवाने के लिए कहीं बाहर जाना पड़ेगा उन्होंने आसनसोल में स्थित रेलवे अस्पताल का हवाला देते हुए कहा कि यहां आना तो स्त्री रोग विशेषज्ञ है नहीं ह्रदय रोग विशेषज्ञ ऐसे में अगर अचानक किसी रेलवे कर्मचारी या उसके परिवार में से किसी को कोई परेशानी हुई तो उसे निजी अस्पतालों में जाना पड़ेगा लेकिन निजी अस्पतालों में खर्च इतना ज्यादा है कि रेलवे में काम कर रहे निचले स्तर के कर्मचारी वहां नहीं जा सकते उन्होंने रेलवे प्रबंधन से रेलवे कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर करने की मांग की है

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