ASANSOL

Jitendra Tiwari को सर्जरी की आवश्यकता ? कोलकाता रेफर !

बंगाल मिरर, आसनसोल:Jitendra Tiwari को सर्जरी की आवश्यकता ? कोलकाता रेफर !। बर्दवान मेडिकल कॉलेज में जांच के बाद चिकित्सकों ने भाजपा नेता आसनसोल के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी को कोलकाता रेफर कर दिया है ऐसा सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है उनके साथ मौजूद लोगों का कहना है कि मेडिकल बोर्ड बैठा है उनकी सारी जांच की गई है उन लोगों को अभी तक आधिकारिक तौर पर इसकी जानकारी नहीं दी गई है।

वहीं सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार जितेंद्र तिवारी को कार्डियक सर्जरी की आवश्यकता है इसके लिए उन्हें ऐसे अस्पताल में रेफर करने का निर्देश दिया गया है जहां कैथलैब और सीटीवीएस की सुविधा है। बताया जाता है कि बर्दवान मेडिकल कॉलेज में उनके विभिन्न जांच की गई चिकित्सकों की टीम ने कई बार उनकी जांच की उसके बाद बोर्ड बैठक में इसे लेकर मंत्रणा की गई उसके बाद ही यह फैसला लिया गया है।

गौरतलब है कि आसनसोल नगर निगम के पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी को गुरुवार आसनसोल जिला अस्पताल से बर्दवान रेफर कर दिया गया। सूत्रों के अनुसार उनकी सीने की दर्द की तकलीफ कम नहीं हो रही थी। जिस वजह से यह फैसला लिया गया। लेकिन आसनसोल जिला अस्पताल से बर्दवान ले जाने से पहले भी एंबुलेंस को लेकर काफी देर तक उहापोह की स्थिति बनी रही। दरअसल जिस एंबुलेंस से उनको बर्दवान ले जाना था उसमें ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं थी। जितेंद्र तिवारी की पत्नी चैताली तिवारी ने बार बार अस्पताल प्रबंधन से एक बेहतर एंबुलेंस प्रदान करने का अनुरोध किया। लेकिन काफी देर तक वह नहीं मिलने से चैताली तिवारी के सब्र का बांध टूट गया और वह मीडिया कर्मियों के सामने रो पड़ी।

उनका कहना था कि अगर आसनसोल के पूर्व मेयर के साथ ऐसा सुलूक हो रहा है तो आम आदमी कहां जाएगा। आखिरकार एक आईसीयू एंबुलेंस में उनको बर्दवान ले जाया गया। जाने से पहले चैताली तिवारी ने कहा कि वह सिर्फ इतना चाहती हैं कि उनके पति स्वस्थ होकर लौटे और फिर से जनता की सेवा में काम कर सकें। सनद रहे कि उन्हें बुधवार की शाम सीने में दर्द होने पर उसे आसनसोल जेल से जिला अस्पताल के आपातकालीन विभाग में लाया गया। डॉक्टरों ने जांच कर उसे सीसीयू में भर्ती कर लिया। गुरुवार सुबह सीसीयू के डॉक्टरों ने उनकी दोबारा जांच की। इससे पहले उन्हें यूएसजी के लिए सीसीयू से सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ले जाया गया था। फिर उन्होंने कहा, सीने का दर्द कम नहीं हुआ।

जिला अस्पताल में फिलहाल हृदय रोग विशेषज्ञ नहीं होने के कारण विशेषज्ञ चिकित्सक ने उसका शारीरिक परीक्षण नहीं किया। इसके बजाय सामान्य चिकित्सा और चिकित्सकों द्वारा उनकी जांच की गई। लेकिन चूंकि सीने का दर्द कम नहीं हुआ, इसलिए उन्हें इकोकार्डियोग्राफी सहित कई परीक्षणों की जरूरत पड़ी। लेकिन यह व्यवस्था यहां नहीं है। इसलिए डॉक्टरों ने उन्हें बर्दवान मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर करने का फैसला लिया।

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