George Academy द्वारा नई शिक्षा नीति और बच्चों के भविष्य में अभिभावकों की भूमिका पर जागरूकता कार्यक्रम
बंगाल मिरर, सौरदीप्त सेनगुप्ता, आसनसोल : आसनसोल क्लब में नई शिक्षा नीति और बच्चों के भविष्य में अभिभावकों की भूमिका को लेकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन रविवार की शाम किया गया। इसमें जॉर्ज एकेडमी और प्राणिक हीलिंग सेंटर की ओर से अभिभावकों को महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए। जॉर्ज एकेडमी के संस्थापक जॉर्ज ओष्टा ने कहा कि किसी शहर की मजबूती का आकलन वहां की शिक्षा नीति से की जाती है। आसनसोल की शिक्षा नीति को और मजबूत करने की जरूरत है। ताकि यहां के बच्चे उच्च शिक्षा के लिए बाहर न जाएं। अभिभावक दसवीं व 12वीं के बाद बच्चों को आसनसोल से बाहर भेजना ही पसंद करते हैं। अगर यहीं सब कुछ सुविधा मिल जाए तो न अभिभावक अपने बच्चों को बाहर भेजने की बात करेंगे न ही बच्चे जाएंगे। इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों व नेताओं को पहल करने की जरूरत है।













उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से देश की शिक्षा नीति में बदलाव आने वाला है। बच्चों को पढ़ाने का पैटर्न बदलने वाला है। इसके लिए अभी से जागरूक होना होगा। इसके लिए उन्होंने कहा शिक्षा की नीति व सुविधाओं में इजाफा होगा तो रोजगार के भी साधन बढ़ेंगे। आसनसोल में मेडिकल कॉलेज, कॉलेजों में हर कोर्स पढ़ाई शुरू करने की मांग की। कहा कि शिक्षा से जुड़े इवेंट को आसनसोल में बढाया जाय ताकि समय समय पर बच्चों और उनके अभिभावकों को नई जानकारियां मिल सके। साथ ही अच्छे काउंसलरों का मार्गदर्शन बच्चों को मिल सके। इसके लिए शिक्षा से जुड़े सभी लोगों को साथ आना होगा, तभी यह संभव हो सकेगा। आसनसोल में बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा है, आवासन है, अच्छा बाजार है, राजस्व के लिए कोयला और लोहा है। लेकिन इस शहर के बच्चों के लिए एक मेडिकल कॉलेज नहीं है। इसकी पढ़ाई के लिए बच्चों को बाहर का रुख अख्तियार करना पड़ता है।

जॉर्ज पिछले 14 साल से शिक्षा जगत से जुड़े हैं। जॉर्ज अकादमी की नाम से कोचिंग सेंटर चलाते हैं। जिसमे शहर के सैकड़ों बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए तैयार किया जाता है। इस वर्ष इनके संस्थान से 32 बच्चों कैट के लिए तैयार किया गया जो विभिन्न कॉलेजों में अध्ययन कर रहे हैं। टिंकू कपूर ने कहा कि अभिभावकों को बच्चों के लिए पर्याप्त समय देने की जरूरत है इसके साथ ही वह उन पर अतिरिक्त दबाव ना डालें हर कोई व्यक्ति में समान प्रतिभा नहीं होती है हर कोई अलग है जिसमें जितनी क्षमता है वह अपना प्रयास करता है बच्चे अच्छे नागरिक बने इसके लिए जरूरी है कि अभिभावक उन्हें सही मार्गदर्शन करें। दो चरणों में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सैकड़ों की संख्या में अभिभावक शामिल हुए

