Sikkim घूमने गये जामुड़िया के 10 युवकों दुर्गापुर निवासी चिकित्सक का सुराग
बंगाल मिरर, आसनसोल : Sikkim घूमने गये जामुड़िया के 10 युवकों दुर्गापुर निवासी चिकित्सक का सुराग सिक्किम घूमने गए जामुड़िया के दाहुका गांव के दस युवकों का कोई अता पता नहीं है। वहीं दुर्गापुर के युवा चिकित्सक का भी कोई सुराग नहीं मिल रहा है। इनका परिवार से उनका संपर्क भी टूट गया है। लोग काफी चिंतित हो गए हैं। यह सभी युवक गंगटोक घूमने गए थे।
जामुड़िया से एक अक्टूबर को सभी घर से निकले थे। बुधवार को अंतिम बार इनसे बात भी हुई थी। बताया था कि वह बिल्कुल ठीक हैं, लेकिन इसके बाद से ही उनसे कोई संपर्क नहीं हो रहा। मोबाइल स्विच आफ बता रहा है। परिवार वालों ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपील की है कि उनके बच्चों को वापस लाने में मदद करें। उनमें से एक शुभोदीप राणा की मां कंचन राणा ने कहा कि मंगलवार रात को आखरी बार बेटे से उनकी बात हुई। उनके बेटे ने एक वीडियो भी भेजा था। सब कुछ बिल्कुल ठीक था।
उनके बेटे ने कहा भी था कि वह ठीक है, लेकिन बुधवार से उनसे कोई संपर्क नहीं हो रहा है। फोन करने पर फोन स्विच आफ बता रहा है। इससे उनकी चिंता बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि वह दाहुका में रहते हैं। वह अपने कुछ लगभग 10 दोस्तों के साथ गया था, लेकिन किसी से भी संपर्क नहीं हो पा रहा है।
सिक्किम में बादल फटने से हुई घटना में आसनसोल इलाके के लोगों के फंसने की यह पहली घटना है। घटना के बाद से अब तक कोई व्यक्ति वहां फंसे हैं ऐसा कोई मामला नहीं आया था। यह पहला मामला है जब जामुड़िया के दस युवक सिक्किम में फंस गए हैं। हालांकि इस घटना की शिकायत के बाद से प्रशासनिक कार्रवाई की कोई जानकारी अब तक नहीं मिल पाई है। लेकिन घर वालों की स्थिति खराब होती जा रही है। कंचन राणा का रो रो कर बुरा हाल है। वह कुछ भी बोलने की स्थिति में भी नहीं हैं।
Durgapur युवा चिकित्सक का सुराग नहीं
सिक्किम हुए भयावह हादसे के बाद से ही दुर्गापुर निवासी युवा चिकित्सक का सुराग नहीं मिल रहा है। जिससे उनके परिजन काफी चिंतित हैं। ईएसआई फलता के जूनियर डॉक्टर राहुल देव माजी 8 दोस्तों के साथ सिक्किम गए थे. राहुल देव माजी दुर्गापुर के प्रीतिलता वेद्दार सरणी, डॉक्टर्स कॉलोनी, सिटी सेंटर, के निवासी हैं। 30 तारीख की शाम को दुर्गापुर के 6 दोस्त और कोलकाता के 2 दोस्त बर्दवान की एक ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से कोलकाता से सिक्किम के लिए रवाना हुए। आखिरी बार परिवार से 3 तारीख की रात करीब 9 बजे बात हुई थी, उसके बाद से ही राहुल से संपर्क नहीं हो पाया है. इकलौते बेटे के बारे में सोचकर ये परिवार रात को सो नही पा रहा है। परिजन विभिन्न माध्यम से युवा चिकित्सक के बारे में पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।