ASANSOL-BURNPUR

SAIL ISP के काम का श्रेय लेने पहुंची विधायक के खिलाफ गो बैक के नारे, सीजीएम से धक्का-मुक्की का आरोप

भाजपाईयों ने सेल आईएसपी कार्यालय में ही कर दिया प्रदर्शन

बंगाल मिरर, एस सिंह :   सेल आइएसपी की सीएसआर योजना के तहत लगने वाले नल को लेकर भाजपा विधायक और तृणमूल कांग्रेस पार्षद में टकराव की स्थिति पैदा हो गई । आसनसोल नगर निगम के वार्ड संख्या 97 अंतर्गत नकरासोता गांव में आइएसपी के सीएसआर प्रोजेक्ट के तहत नल का उद्घाटन किया जाना था। लेकिन इस कार्यक्रम में भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल के पहुंचने से ग्रामीण भड़क गये। स्थानीय पार्षद सह तृणमूल ब्लाक अध्यक्ष अनूप माजी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने विधायक अग्निमित्रा पाल के सामने  गौ बैक के नारे लगाये। गुस्साये ग्रामीणों ने सीजीएम (टाउन) बिनोद कुमार के साथ भी धक्का- मुक्का कर दी।

नल का उद्घाटन अखाड़ा में बदलते देख विधायक अग्निमित्रा पाल को उद्घाटन किए बिना ही उल्टे पांव लौटने पर मजबूर होना पड़ा।  इसके बाद खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए  विधायक अग्निमित्रा पाल के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष बाप्पादित्य चटर्जी सहित काफी संख्या में भाजपा कर्मी आइएसपी के टाउन आफिस पहुंचीं। जहां उन्होंने सीजीएम (टाउन) बिनोद कुमार से नाराजगी जताते हुए तृणमूल कांग्रेस पर विकास कार्य में बाधा देने का आरोप लगाया। साथ ही उद्घाटन जल्द करने की मांग करते हुए धरना दिया।

वहीं  वार्ड 97 के पार्षद सह तृणमूल ब्लाक अध्यक्ष अनूप माजी ने बताया कि आइएसपी प्रबंधन से नकरासोता गांव में पेयजलापूर्ति करने के लिए नल देने की मांग की गई थी। इसे ध्यान में रखते हुए आइएसपी के सीएसआर प्रोजेक्ट के तहत आठ नल दिया गया। जिसका उद्घाटन गुरुवार की सुबह होना था लेकिन इस बीच फोन कर अधिकारी ने बताया कि वे व्यस्त हैं तथा उद्घाटन दोपहर में होगा। दोपहर में होने से अंजान ग्रामीण उद्घाटन स्थल पर पहले से मौजूद थे। वहीं उद्घाटन के ठीक पहले अग्निमित्रा पाल सहित आइएसपी अधिकारियों को नकरासोता गांव जाते देखा। जिसके बाद सीजीएम बिनोद कुमार से पूछा गया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया जिससे यहां विवाद खड़ा हो गया है। साल भर विधायक को इलाके में देखा नहीं जाता है। वह सिर्फ मीडिया में ही नजर आती है। टीएमसी के लोग जनता के सुख – दुख में साथ रहते हैं।  

वहीं भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल ने कहा कि विधायक फंड से विकास के लिए सालाना 60 लाख रुपये मिलता है। विधायक फंड का विकास कार्य चल रहा है लेकिन इससे अधिक विकास कार्य की जरूरत है। वहीं केंद्र सरकार की संस्था की ओर से सीएसआर प्रोजेक्ट से विकास कार्य हो तो क्या उसे नहीं करने दिया जाएगा। तृणमूल कांग्रेस विकास नहीं करती है, वहीं अगर कोई विकास करे तो उसे बाधा दिया जाता है।  नल उद्घाटन के विवाद का मुद्दा दिल्ली तक गया है। जल्द इस सीएसआर प्रोजेक्ट का नल का उद्घाटन नहीं किया गया तो बात दूर तक जाएगी।

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