BARABANI-SALANPUR-CHITTARANJAN

रेलनगरी में चला CLW का बुलडोजर, टीएमसी का विरोध प्रदर्शन

बंगाल मिरर, चित्तरंजन  : चित्तरंजन रेल प्रशासन ने रेल नगरी चित्तरंजन में  अवैध मकानों को तोड़ना शुरू कर दिया है। एक ओर सीएलडब्लू का बुलडोजर चल रहा है दूसरी ओर टीएमसी द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। चिरेका द्वारा फतेपुर इलाके के रोड नंबर 56 और 57 के किनारे सोमवार की सुबह से उन अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया गया । हालाँकि, इस अभियान के दौरान, देबू घोष के नेतृत्व में चित्तरंजन शहर के निवासी इसे रोकने के लिए तृणमूल के झंडे के साथ आन्दोलन पर उतरे। देबू घोष और अन्य लोगों ने सड़कों पर लेटकर इस अभियान को रोकने की कोशिश की।

चित्तरंजन रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी आईजी बीरेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे. इसके बाद आरपीएफ ने देबू घोष को सड़क से हटाया जिससे विरोध भी ख़त्म हो गया। रेलवे प्रशसान ने बुलडोजर से दर्जनों घरों को बुलडोजर  से जमींदोज कर दिया। इसे देख इन घरों में रहने वाले लोग रोने लगे। हालांकि उनमें से कई लोगों ने ख़तरा देख पहले ही घर से सामान हटा लिया था. कई घर ऐसे हैं जिनका सामान भी बुलडोजर के नीचे दब गया.

इन घरों में चित्तरंजन शहर के विभिन्न बाजारों में कारोबार करने वाले सब्जी व्यापारियों से लेकर लोगों के घरों में काम करने वाली महिलाएं ​​अपने परिवार के साथ रह रही थीं.उनके बच्चे शहर के अलग-अलग स्कूलों में पढ़ते हैं. उनमें से कुछ मिडिल स्कूल के छात्र हैं, कुछ हाई स्कूल के छात्र हैं। ये छात्र इस सर्दी में कहां जाएंगे इसकी चिंता होने लगी है. यह दृश्य दर्शाता है कि रेल प्रशासन का अड़ियल रवैया कितना कड़ा है.सीएलडब्ल्यू आरपीएफआईजी वीरेंद्र कुमार ने कहा कि काफी पहले नोटिस जारी होने के बावजूद यह लोग गैरकानूनी तरीके से चित्तरंजन के संरक्षित शहर के अंदर रह रहे थे जिससे आज यह कदम  उठाना पड़ा था आज 57 मकान तोड़े जाएंगे बताया जा रहा है कि बीस दिन पहले नोटिस दिया गया था और कहा गया है कि यह अभियान पूरे शहर में नियमित रूप से जारी रहेगा.

इसके अलावा, इन बस्तियों ने शहर की सुरक्षा के बारे में भय पैदा कर दिया। इसके अलावा उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि रेलवे ने जो निर्णय लिया है कि संरक्षित शहर में दुकानों से लेकर कोई भी अवैध निर्माण नहीं होगा, चित्तरंजन में किसी भी घर को अवैध रूप से रहने नहीं दिया जायेगा

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