साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था आस्था ने ऑनलाइन तुलसी जयन्ती मनाई
बंगाल मिरर, आसनसोल : शिल्पांचल की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था आस्था ने १ सितम्बर २०२४(रविवार)को सायं ४ बजे से गूगल मीट पर, ऑनलाइन तुलसी जयन्ती कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम दो सत्र में सम्पादित हुआ। प्रथम सत्र में आर्य कन्या हाॅ.से.स्कूल,चोवा लाल विद्यालय,डी.ए.वी., दयानंद विद्यालय एवं राम बांध आदर्श विद्यालय (For Girls) के छात्र-छात्राओं ने विनय पत्रिका से अभिहित “जाऊं कहां तजि चरण तुम्हारे!”स्तुति गायन तथा “अगर आपको मौका मिले तो राम चरित मानस का कौन सा पात्र बनना चाहेंगे और क्यों?”विषय पर वक्तृता प्रतियोगिता में भाग लेकर, आकर्षक स्तुति गायन और वक्तव्य से श्रोताओं को आत्म विभोर कर दिया।
प्रतिभागियों की प्रस्तुति का स्वस्थ एवं निर्विवाद मूल्यांकन के लिए साहित्य के विभिन्न विधाओं के विशेषज्ञ -श्री अशोक आशीष (कवि-कथाकार, जमालपुर-मुंगेर बिहार),डाॅ.श्रीमती अरुणा सोनी (सेवा निवृत्त प्रोफेसर,धन्यवाद-झारखण्ड) तथा आनन्द कुमार आनन्द (गीतकार,कवि और चित्रकार, आसनसोल) ने बड़ी तन्मयता, निष्ठा और सूझबूझ से, निर्णय जैसे नाजुक एवं महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन किया। बच्चों ने अपनी शानदार प्रस्तुति और उत्साह से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र के लिए हम आह्लादित थे।मानस मर्मज्ञ डाॅ.राधानन्द सिंह जी (पुणे) आरम्भिक दौर से ही कार्यक्रम से जुड़े हुए थे। हमलोग उनको सुनने के लिए बेताब थे।वह क्षण भी आया कि “कर्णकुहुरों में मानस के दोहों और चौपाइयों की अमृत-वर्षा आरम्भ हो गई।”राम चरित मानस में राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक चेतना”पर उनका ४५ मिनट का वक्तव्य कब और कैसे समाप्त हो गया -हम ठगे से रह
ग ए।थोड़ा और..थोड़ा और की चाह बनी रह गई।
विद्यालयी बच्चे,शिक्षक -शिक्षिका, बच्चों के अभिभावक,पटल के अनुरागी सदस्य और राधा बाबू के ढेरों मित्र पुणे से कार्यक्रम में जुड़े रहे।भारी व्यस्तता के बाबजूद आस्था के माननीय अध्यक्ष श्री नरेश अग्रवाल कार्यक्रम से जुड़े और बच्चो को आशीर्वाद दिया। संरक्षक अशोक कुमार अग्रवाल आरंभ से समापन पर्यन्त कार्यक्रम से जुड़े रहे और बच्चों एवं सदस्यों कि उत्साह वर्धन करते रहे। आस्था के पूर्व अध्यक्ष आदरणीय मनोहर लाल पटेल महोदय की निष्ठा,धैर्य और साहित्य प्रेम ,हमारे लिए प्रेरणा का सांस्कृतिक स्रोत रहा है। उन्होंने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की और विशेष रूप से कविता को उसकी निष्ठा,मेहनत, तत्परता एवं सधे हुए सुन्दर संचालन की मुक्त कंठ से सराहना की। मुख्य वक्ता,मानस मर्मज्ञ डाॅ.राधा बाबू ने भी सुन्दर मंच संचालन के लिए कविता को दाद दी।
श्रीमती नीता श्रीवास्तव एवं श्रीमती दीपा श्रीवास्तव (दोनों बहिनों) के विशेष आग्रह पर कविता के होनहार,मानस अनुरागी सुपुत्र मास्टर ध्रुव शर्मा ने केवट प्रसंग सुनाकर,सबकी वाहवाही और आशीर्वाद प्राप्त किया।आस्था के संयोजक नवीन चन्द्र सिंह ने कार्यक्रम के आरम्भ में अपना संक्षिप्त वक्तव्य रखकर, उपस्थित लोगों का अभिनन्दन और प्रतियोगी बच्चों का मनोबल बढ़ाया। सबों के सहयोग से कार्यक्रम स्वस्थ, सुन्दर एवं सुरुचिपूर्ण रहा।