Jai Balaji कारखाने में करंट से 2 की मौत !
बंगाल मिरर, रानीगंज : रानीगंज के मंगलपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित जय बालाजी इंडस्ट्री लिमिटेड फैक्ट्री में शनिवार की रात करीब डेढ़ बजे दो मजदूर काम करते समय करंट की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। ज्ञात हो कि मृत कर्मचारी में एक राकेश सिंह बिहार के सारण जिले और एक बांकुड़ा जिले के मेजिया ब्लॉक के निवासी देवज्योति सरकार हैं, जिनकी उम्र लगभग 50 वर्ष के आसपास है। प्रबंधन इस तरह के किसी घटना से इनकार करते हुए पल्ला झाड़ रहा है । सूत्र बता रहे हैं कि मुआवजे को लेकर सहमति बनी है
वंहा कार्य कर रहें मजदूरों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के बाद ठेकेदार कर्मी देबज्योति सरकार फैक्ट्री की यूनिट नंबर तीन में पाइप हटाने का काम कर रहे थे बाद में जब सीनियर सुपरवाइजर राकेश सिंह की नजर पड़ी और उन्होंने उसे हटाने की कोशिश की तो वह भी करंट की चपेट में आ गये जब अन्य सभी श्रमिकों ने यह देखा और अधिकारियों को सूचित किया, तो फैक्ट्री अधिकारियों ने तुरंत उन्हें बचाया और स्थानीय चिकित्सा केंद्र ले गए जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
इस घटना की खबर मिलने के बाद मृतक के परिवार और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया ।बाद में तृणमूल श्रमिक संगठन के नेताओं ने फैक्ट्री अधिकारियों से संपर्क किया और मुआवजे की मांग की । फिलहाल राजनीतिक दल के स्थानीय नेताओं ने फैक्ट्री परिसर में बैठक कर अपनी मांगें मनवाने का प्रयास किया ।मालूम हो कि ठेका मजदूर सात दिन पहले ही काम पर आया था, फैक्ट्री अधिकारियों ने मजदूरों के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही है, वहीं ठेका कंपनी से श्रमिकों को दाह संस्कार और जीवन बीमा के लिए 50 हजार रुपये देने की जानकारी दी गई है। लेकिन आख़िर में क्या समाधान निकलेगा, इसे लेकर कोई स्पष्ट बात सामने नहीं आया है
बालाजी स्पंज के वरिष्ठ अधिकारी किशन कुमार खटाना ने इस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में हर श्रमिक को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए, विशेषकर बारिश के मौसम में। उन्होंने आश्वासन दिया कि कारखाना प्रबंधन मृतक श्रमिकों के परिवारजनों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगा तथा श्रम कानूनों के अनुरूप मुआवजा प्रदान किया जाएगा।
किशन कुमार खटाना के अनुसार, लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण विद्युत शॉर्ट सर्किट की स्थिति उत्पन्न हुई, जिसे निरीक्षण करने के उद्देश्य से देबज्योति सरकार विद्युत कक्ष में गए। इस दौरान उन्हें करंट लग गया। उन्हें बचाने के लिए सुपरवाइजर रामेश्वर प्रसाद सिंह भी वहां पहुंचे, परंतु वे भी विद्युत प्रवाह की चपेट में आ गए और दोनों की असामयिक मृत्यु हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही तृणमूल ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष एवं 34 नंबर वार्ड के पार्षद ज्योति सिंह, बोरो चेयरमैन मुजम्मिल हुसैन शहजादा, तथा अन्य ट्रेड यूनियन के कार्यकर्ता घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिजनों को सांत्वना दी तथा प्रबंधन से मुआवजे को लेकर व्यापक वार्ता की। अंततः, प्रबंधन और परिजनों के बीच मुआवजा प्रकरण में आपसी सहमति से निर्णय लिया गया।