SAIL ISP हड़ताल के बाद भी जारी कर रहा वार्निंग लेटर, नेता से लेकर ठेका कर्मी को शोकॉज
बंगाल मिरर, बर्नपुर : SAIL ISP द्वारा हड़ताल के बाद भी हड़ताल का समर्थन करनेवाले कर्मचारियों को वार्निंग लेटर जारी किया जा रहा है। सिर्फ स्थायी कर्मी ही नहीं बल्कि ठेका कर्मियों को प्रबंधन के दबाव में ठेका कंपनी द्वारा भी शोकॉज लेटर जारी किया जा रहा है। वहीं कर्मी कटाक्ष करते हुए इसे प्रबंधन का दिवाली गिफ्ट बता रहे हैं। गौरतलब है कि बकाया एरियर भुगतान एवं बोनस के मुद्दे को लेकर इस्पात उद्योग में पांचो केंद्रीय श्रमिक संगठनों द्वारा आहूत हड़ताल को लेकर कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे प्रचार पर प्रबंधन पहले ही सख्त रवैया अपना रहा था। वहीं सेल आईएसपी में हड़ताल का व्यापक असर देखा गया था।हालांकि प्रबंधन ने दावा किया कि हड़ताल से उत्पादन पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। अब हड़ताल के बाद भी कर्मचारियों को प्रबंधन द्वारा वार्निंग लेटर जारी किया जा रहा है । इंटक से संबद्ध यूनियन के संयुक्त सचिव गुरदीप सिंह को भी वार्निंग लेटर जारी कर दिया गया है।




गुरदीप सिंह, को जारी की जगह पत्र में लिखा गया है कि यह पाया गया है कि 26/10/2024 को लगभग 10:30-11:00 बजे, आपने आईएसपी प्लांट परिसर के भीतर एक मोटरसाइकिल रैली में भाग लिया है, जिसमें अनुचित व्यवहार प्रदर्शित किया गया है और दूसरों को काम बंद करने के लिए उकसाया है।आपकी ओर से किया गया उपरोक्त कृत्य कंपनी के प्रमाणित स्थायी आदेशों के खंड 25(viii), (xvi) और (xxiv) के अनुसार कदाचार माना जाता है, जो इस प्रकार है:
खंड 25 (viii): “कार्यस्थल से फरार होना।”
खंड 25 (xvi): “कार्य पर लागू कानून या नियमों के प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए दूसरों को हड़ताल करने के लिए उकसाना”
खंड 25 (xxiv): “प्रबंधन की अनुमति के बिना कार्य परिसर में बैठकें आयोजित करना”।आपको इस प्रकार की गतिविधियों में भाग लेने से बचने की चेतावनी दी जाती है। ऐसा न करने पर प्रबंधन द्वारा इसे गंभीरता से लिया जाएगा और आपके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।

वहीं ठेका कर्मी को जारी शोकॉज में 72 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा गया है। इसमें कहा गया है कि कठिन समय में जब कंपनी को आवश्यकता थी। तब अब नदारत थे। आप क्यों ड्यूटी से अनुपस्थित रहे। इसका जवाब 72 घंटे के अंदर दें।