KULTI-BARAKAR

झारखंड के अवैध खदान में मौत ? बंगाल में शव लेकर घूमता रहा एंबुलेंस

बंगाल मिरर, कुल्टी : कुलटी थाना अंतर्गत हनुमान चढ़ाई स्थित पेट्रोल पम्प के निकट एक झारखंड नंबर एम्बुलेंस बुधवार को सुबह 9 से दोपहर करीब 12 बजे तक एक शव लेकर खड़ी थी, शव के साथ आए कुछ लोग बराकर के बेगुनिया मोड़ स्थित विभिन्न नर्सिंग होम के चक्कर काटते रहे वह इसलिए कि मृतक का डेथ सर्टिफिकेट बनवा सकें, नर्सिंग होम के सूत्रों की अगर माने तो शव लेकर आए लोग डेथ सर्टिफिकेट बनवाने के लिये मुह मांगी क़ीमत देने को तैयार थे, पर शव की हालात देख किसी भी नर्सिंग होम ने डेथ सर्टिफिकेट बनाने का रिस्क नही लिया और घटना की जानकारी कुल्टी थाने को दे दी जिसके बाद कुलटी थाना व बराकर पुलिस फाड़ी मामले को लेकर तुरंत हरकत मे आ गई और झारखंड धनबाद के पतलाबाड़ी स्थित पंचेत पुलिस फाड़ी के अंतर्गत आने वाले लुचीबाग के अवैध कोयला खदान मे दमकर मरे युवक के शव की तलाश शुरू कर दी साथ ही उस एम्बुलेंस की भी तलाश शुरू कर दी जिस एम्बुलेंस मे शव लाया गया था,

सड़क पर पुलिस की गस्त तेज होता देख झारखंड से पश्चिम बंगाल के आसनसोल शव लेकर आए लोग शव शव की बिना सर्टिफिकेट बनाए मौके से भाग खड़े हुए, सूत्रों की अगर माने तो शव लेकर घूम रहे झारखंड नंबर एम्बुलेंस पुलिस के डर से आसनसोल मे ही कहीं लेकर छुप गए और आधी रात को पुलिस की आँखों मे धूल झोंकर डिसरगढ़ के रास्ते पुरुलिया जिले के नीतूड़िया थाना अंतर्गत भमुड़िया पहुँच गए, जहाँ शव को आनन -फानन मे रात को ही छुप -छुपाकर दाह संस्कार कर दिया गया, गुरुवार को सूत्रों के द्वारा यह पता चला की झारखंड धनबाद जिले के निरसा थाना के पंचेत पुलिस फाड़ी अंतर्गत पतलाबाड़ी के लुची बाग इलाके मे चल रही अवैध कोयले के खदान मे जो युवक दमकर मर गया था वह पुरुलिया जिले के नीतूड़िया थाना अंतर्गत भमुरिया इलाके का रहने वाला डिस्को बाउरी था,

अवैध खदान मे डिस्को बाउरी के साथ करीब दो दर्जन से ज्यादा मजदूर अवैध कोयला खदान मे घुस कर कोयला काट रहे थे, तभी अचानक से खदान की मिट्टी धस गई और खदान मे काम कर रहे मजदूर खदान के अंदर ही दब गए, जिसमे कोयला माफियाओं ने डिस्को को तो बाहर निकाल लिया पर बाकी के लोगो को वह बाहर निकाल नही पाए बताया जा रहा है की कोयला माफियाओं ने मृतक के परिजनों को 6 लाख रुपए देने की आस्वासन दिया पैसे नही मिलने के कारण मृतक के परिजनों का मनोबल के साथ -साथ उनका आस टूटता जा रहा है और वह बार -बार पैसों के लिये कोयला माफियाओं से सम्पर्क साधने का प्रयास कर रहे हैं पर कोयला माफियायों द्वारा फोन नही उठाने के कारण वह काफी दुखी हैं और उनके खिलाफ कानूनी मदद लेने की तैयारी कर रहे हैं

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