बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में जुलूस
बंगाल मिरर, बर्नपुर : बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर जिस तरह से अत्याचार किया जा रहा है हिंदुओं का बांग्लादेश में जिस तरह से कत्ले आम हो रहा है हिंदू महिलाओं पर जिस तरह से अत्याचार किए जा रहे हैं उसके खिलाफ आज बर्नपुर के त्रिवेणी मोड़ से एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया यहां पर इस्कॉन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सहित विभिन्न हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे इस विरोध प्रदर्शन में प्रदेश भाजपा नेता कृष्णेंदु मुखर्जी आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पाल जिला भाजपा अध्यक्ष बप्पा चटर्जी भी शामिल हुए और बांग्लादेश में जिस तरह से वहां के अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार किया जा रहा है इसका कड़ा विरोध किया।
भाजपा नेता कृष्णेंदु मुखर्जी ने कहा कि आज बांग्लादेश में जिस तरह ।से वहां के अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार किया जा रहा है जिहादी मानसिकता वाले लोग जिस तरह से हिंदुओं की हत्या कर रहे हैं हिंदू महिलाओं पर अत्याचार किया जा रहा है उसके खिलाफ आज सभी हिंदू संगठन एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के कार्यकारी संयोजक मोहम्मद यूनुस को शांति के लिए नोबेल पुरस्कार मिला था मगर उनके ही शासन काल में जिस तरह से अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता उन्होंने कहा कि मोहम्मद यूनुस एक बड़े इकोनॉमिस्ट हो सकते हैं लेकिन प्रशासक के तौर पर वह पूरी तरह से असफल हैं उन्होंने तुरंत वहां पर चल रहे हिंदुओं पर अत्याचार को बंद करने की मांग की
उन्होंने कहा कि अब हिंदू इसे बर्दाश्त नहीं करेगा और उन्होंने कहा कि राजनीतिक भेदभाव जातिगत भेदभाव से ऊपर उठकर बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है उसका विरोध किया जाना अति आवश्यक है वहीं बप्पा चटर्जी ने भी बांग्लादेश में चल रही घटनाओं का विरोध किया उन्होंने कहा कि आज बांग्लादेश में जिस तरह से वहां के अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है उसे तुरंत रोकने की जरूरत है उन्होंने कहा कि जिहादी मानसिकता वाले लोग आज हिंदुओं पर अत्याचार कर रहे हैं लेकिन बांग्लादेश सरकार उसे रोकने में पूरी तरह से असफल है उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को तोड़कर जिस तरह से बांग्लादेश का निर्माण किया गया था ठीक उसी तरह अब समय आ गया है कि बांग्लादेश को भी दो टुकड़े कर हिंदुओं के लिए एक सुरक्षित जगह बनाई जाए जिससे कि हिंदू बांग्लादेश में सुरक्षित रूप से रह सकें