गुरुमत लहर ऑर्गनाइजेशन बच्चों में धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा
बंगाल मिरर, आसनसोल : गुरुमत लहर ऑर्गनाइजेशन, पश्चिम बंगाल द्वारा आयोजित 9वां गुरमत चेतना विंटर कैंप 2024, गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों की शहादत को समर्पित करते हुए, सोमवार को गुरु नानक कम्युनिटी हॉल, रामबन्धु तालाब, आसनसोल में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह सात दिवसीय कैंप बंगाल और झारखंड के विभिन्न गुरुद्वारों में आयोजित किया गया, जिनमें बेजेप्रतापपुर बर्दवान, पानागढ़, जगत सुधार बेनाचट्टी दुर्गापुर, उखड़ा, गोबिंद नगर, बर्नपुर, और कुमारी डूबी शामिल थे। इस कार्यक्रम में सिख मिशन कोलकाता से ओर इतहिस्कार जगमोहन सिंह, सिख फोरम कोकलता के गुरशरण सिंह अपनी टीम के साथ, आसनसोल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य, सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सह जगत सुधार बेनाचट्टी गुरुद्वारा के प्रधान तजिंदर सिंह के साथ उनके सदस्य , सिख वेलफेयर सोसायटी के सचिव सह गायघाटा गुरुद्वारा के प्रधान तरसेम सिंह, आसनसोल सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सुरजीत सिंह मक्कड़ सदस्यों के साथ , गुरुद्वारा बर्नपुर कमेटी सदस्य सुखबीर सिंह के साथ सदस्य, जसविंदर सिंह घुमान, दलविंदर सिंह, मलकीत सिंह, निर्मल सिंह, गुरनाम सिंह, सतनाम सिंह, सतपाल सिंह, गुरनाम सिंह राजा सिंह के अलावा कई गणमान्य सदस्य मौजूद थे सभी आय अतिथियों को सम्मानित किया गया
गुरुमत लहर ऑर्गनाइजेशन की यह पहल सिख समुदाय के बच्चों में धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
गुरुमत लहर ऑर्गनाइजेशन के सदस्य रविंदर सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को गुरु इतिहास, गुरबाणी ज्ञान, और मादक पदार्थों से दूर रहकर अच्छे नागरिक बनने के लिए प्रेरित करना है। संस्था के सदस्य सुखदेव सिंह और मनी सिंह ने बताया कि वे हर सप्ताह 20 से 25 गुरुद्वारों में गुरमत क्लास आयोजित करते हैं, और साल में एक बार सभी बच्चों को एकत्रित कर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं, जिससे बच्चों में उत्साह बढ़े।
कैंप के समापन दिवस पर आयोजित प्रतियोगिताओं में 600 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। दस्तार (पगड़ी) प्रतियोगिता में छोटे बच्चों में मनप्रीत कौर (कुमारी डूबी सेंटर), अमरजोत सिंह (पानागढ़ सेंटर), प्रभजोत सिंह (बर्नपुर सेंटर) आदि को पुरस्कृत किया गया। बड़े बच्चों में प्रश्नोत्तरी मुकाबले में मंकिरात सिंह (कुमारी डूबी सेंटर), अमरीक सिंह (बर्दवान सेंटर), प्रभजोत सिंह (पानागढ़ सेंटर) आदि विजेता रहे।
प्रमुख प्रशिक्षकों में प्रोफेसर हरपिंदर सिंह, प्रोफेसर अर्शदीप सिंह, प्रोफेसर बलबीर सिंह, और प्रचारक सरबजीत सिंह शामिल थे, जिन्होंने बच्चों को गुरु इतिहास, गुरबाणी का ज्ञान, और सिख जीवन शैली के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराया। सिख बच्चों को दस्तार (पगड़ी) और दुमाला बांधने की कला सिखाने के लिए इंटरनेशनल टर्बन कोच गुलाब सिंह को आमंत्रित किया गया, जिन्होंने पगड़ी बांधने के सही तरीके और इसके महत्व के बारे में जानकारी दी।