डीओ सिंडिकेट की तर्ज पर वसूली मांगने का आरोप, गिरफ्तार
बंगाल मिरर, एस सिंह : कोयला के डीओ सिंडिकेट का सरताज कौन होगा ? इसकी चाबी किसके हाथों में होगी? इसे लेकर जोर आजमाइश चल रही है। इसी बीच ईसीएल के प्रत्येक डिपो में रंगदारी का धंधा जारी । सिंडिकेट के नाम पर रंगदारी मांगने के आरोप में अंडाल थाने की पुलिस ने रानीगंज के नरेश राम को गिरफ्तार किया। उसे दुर्गापुर कोर्ट में पेश किया गया। जहां उसकी जमानत नामंजूर हो गई और एक दिन के रिमांड पर भेजा गया।
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सख्त रवैये के बाद डीओ सिंडिकेट भले ही अंडरग्राउंड है, लेकिन रंगदारी का धंधा छुटभैये नेताओं के दम पर जारी है। ईसीएल के विभिन्न क्षेत्रों में कोयला उठाव पर प्रति टन रंगदारी वसूल की जा रही है। वहीं नरेश पर 1050 रुपए प्रति टन रंगदारी मांगने का आरोप है। वह मोबाइल पर सोशल मीडिया के माध्यम से धमकी भरा संदेश भेजा था। जिसके बाद यूपी की एक कंपनी की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई कर नरेश को दबोचा। लेकिन सवाल यह है कि इसके पीछे नरेश के अलावा और कौन – कौन है ?