बंगाल में विदेशी निवेश से होगा विकास, सीएम को पत्र
बंगाल मिरर, आसनसोल : इंडो यूजी कॉमर्स एंड सोशल काउंसिल के चेयरमैन फिरोज खान एफके ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में 5-6 फरवरी को कोलकाता में 8वां बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 होने जा रहा है, जहां पर देश और विदेश के बिजनेसमैन, उद्योगपति, निवेशक शामिल होंगे और बंगाल में बिजनेस डेवलपमेंट के लिए अपना सहयोग करेंगे । कोलकाता में 7 साल से ये ग्लोबल बिजनेस समिट हो रहा है जो राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से वेस्ट बंगाल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड का आयोजन करती है।




फिरोज खान एफके ने ममता बनर्जी और पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड को आधिकारिक पत्र लिख कर ये 8वीं बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 में पश्चिम बंगाल में मुझे विदेशी मित्र लाो में समर्थन और सहयोग देने के लिए हाथ बढ़ाया। जिससे उत्पादन, उद्योग, एमएसएमई, आईटी, सुपरमार्केट इंडस्ट्री और पर्यटन को बहुत ज्यादा फायदा मिलेगा.
फिरोज खान एफके ने पत्र में बताया कि इंटरनेशनल नेटवर्क, ज्ञान और अनुभव से विदेशी निवेशकों को बंगाल में बिजनेस का पूरा फायदा दिखता है, बंगाल में निवेश करने का रास्ता खोलने का सकारात्मक प्रयास करेंगे। इस स्थानीय व्यापारी को भी बहुत बार फायदा होगा क्योंकि विदेशी व्यापारी बहुत सारे एमएसएमई से जुड़ेंगे।
फिरोज खान एफके ने बताया कि उनका लक्ष्य हमारे उद्यम, नीति और उद्योग जगत के नेताओं के वैश्विक नेटवर्क का लाभ समूह बंगाल ग्लोबल बिजनेस समित की सफलता में सक्रिय योगदान देना है।
साथ ही साथ फिरोज खान एफके ने बताया कि हमें विश्वास है कि ममता बनर्जी के दूरदर्शन में, 8वें बीजीबीएस 2025 आर्थिक सहयोग और निवेश के लिए नए मानक स्थापित किए जाएंगे, जिससे पश्चिम बंगाल का नेतृत्व भारत में चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और पूर्वी भारत के आर्थिक नेता बनेंगे। के रूप में स्थिति मजबूत होगी।