पश्चिम बंगाल को रेलवे के लिए 13955 करोड़
बंगाल मिरर, आसनसोल : पश्चिम बंगाल को रेलवे बजट 2025 के तहत 13,955 करोड़ रुपये आवंटित किए गए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्य सरकार से परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए भूमि अधिग्रहण और कानून व्यवस्था के मुद्दों को सुलझाने का आग्रह किया। पश्चिम बंगाल में 101 अमृत स्टेशन विकसित किए जा रहे हैं। झारखंड को 7306 करोड़ तथा ओडिशा को 10599 करोड़ आवंटित किये हये हैं। पश्चिम बंगाल में 101 अमृत स्टेशनों पर 3847.5 करोड़ से काम किया जा रहा है। आसनसोल स्टेशन पर 431 करोड़ खर्च कर एयरपोर्ट जैसा बनाया जा रहा है। पहले चरण का कार्य पूरा कर लिया गया है दूसरे चरण का कार्य चल रहा है स्टेशन पर तीन मंजिला कानकोर्स का प्लान तैयार है, इसके नक्शे को भी मंजूरी मिल चुकी है। आसनसोल डीआरएम कार्यालय में वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से डीआरएम चेतनानंद सिंह भी अधिकारियों के साथ जुड़े थे।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है कि रेलवे बजट 2025 के तहत पश्चिम बंगाल के लिए 13,955 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। आज (3/2/2025) रेलवे बजट 2025 पर एक वेब कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि 2009-2014 की अवधि की तुलना में आवंटन में तीन गुना वृद्धि हुई है। श्री वैष्णव ने बताया कि राज्य में वर्तमान में रेलवे में 68,000 करोड़ रुपये का निवेश है। उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार से भूमि अधिग्रहण और कानून व्यवस्था के मुद्दों को सुलझाने का अनुरोध किया ताकि इन निवेशों और परियोजनाओं का लाभ जल्द से जल्द नागरिकों तक पहुँच सके।
मंत्री ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पश्चिम बंगाल में 101 स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है और पिछले 10 वर्षों में राज्य में लगभग 1290 किलोमीटर ट्रैक जोड़े गए हैं। इसके अलावा कोलकाता मेट्रो ने 1972 से 2014 के दौरान 28 किमी ट्रैक बनाए जबकि पिछले 10 वर्षों में 31 किमी का विस्तार किया गया है। श्री वैष्णव ने कहा कि यह प्रधानमंत्री की बंगाल के लोगों और संस्कृति के प्रति प्रतिबद्धता, भक्ति और सम्मान के कारण संभव हुआ है।
पश्चिम बंगाल में रेलवे रेलवे संरक्षा बढ़ाने के लिए 3,337 किलोमीटर ट्रैक को कवच प्रणाली से कवर किया जाएगा।
श्री वैष्णव ने बताया कि देश के बाकी हिस्सों की तरह पश्चिम बंगाल को जल्द ही नमो भारत और वंदे भारत स्लीपर सहित कई अन्य नई रेलवे परियोजनाएं और ट्रेनें मिलेंगी, जो अगले पांच वर्षों में रेल यात्रा में क्रांति ला देंगी।
कोलकाता में पूर्व रेलवे मुख्यालय में आयोजित वेब कॉन्फ्रेंस में पूर्व रेलवे के अपर महाप्रबंधक श्री सुमित सरकार और अन्य रेलवे अधिकारीगण मौजूद थे।
Bihar : 10 हजार 66 करोड़ रूपये
श्री अश्विनी वैष्णव, माननीय रेल मंत्री, भारत सरकार द्वारा रेलवे बोर्ड से वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बजट 2025-26 के रेल पर आधारित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया गया । उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा भारतीय रेलवे हेतु रिकॉर्ड धनराशि रूपये 2,52,200 करोड़ आवंटित की गयी है। इसी कड़ी में उन्होंने बिहार राज्य के लिए रेलवे हेतु *आवंटित धनराशि का जिक्र करते हुए बताया कि 2009 से 2014 में बिहार में रेलवे के विकास के लिए प्रतिवर्ष औसतन 1,132 करोड़ रुपए* आवंटित किए गए थे जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में बढ़ाकर इस वर्ष 10 हजार 66 करोड़ रूपये कर दिया गया है, जो कि पिछली सरकार की तुलना में 09 गुना ज्यादा है। उन्होंने कहा कि किसी भी परियोजना के लिए फंड की कमी नहीं होने दी जाएगी । माननीय रेल मंत्री ने कहा कि बिहार में जहां 2009-14 के मध्य औसतन प्रतिवर्ष 64 किमी नई लाइन का निर्माण होता था वहीं 2014 से 2024 के मध्य औसतन प्रतिवर्ष 167 किमी नई लाइन का निर्माण हुआ है जो लगभग 2.5 गुणा ज्यादा है । इसी तरह बिहार में जहां 2009-14 के मध्य औसतन प्रतिवर्ष 30 किमी रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण होता था वहीं 2014 से 2024 के मध्य औसतन प्रतिवर्ष 275 किमी रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण हुआ है जो लगभग 09 गुणा ज्यादा है ।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में 2014 से 1832 किमी नई लाईन का निर्माण किया जा चुका है जो लगभग मलेशिया के कुल रेल नेटवर्क के बराबर है । इसके साथ ही बिहार में 2014 से 3020 किमी रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण किया जा चुका है तथा बिहार में रेलवे का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण हो चुका है ।माननीय रेल मंत्री जी ने कहा कि बिहार में 86,458 करोड़ की लागत से 5,346 किमी की नई लाईन/दोहरीकरण/आमान परिवर्तन की 57 परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। इसके साथ ही 3164 करोड़ की लागत से बिहार में 98 अमृत भारत स्टेशनों का पुर्निविकास कार्य चल रहा है। इस प्रकार बिहार में रेलवे द्वारा लगभग 90 हजार करोड़ का इंवेस्टमेंट किया जा रहा है । बिहार में 1783 किमी में कवच लगाने का कार्य विभिन्न चरणों में है। बिहार में 12 वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है जो बिहार के 15 जिलों से होकर गुजरती है । इसके साथ ही बिहार के दरभंगा से 01 अमृत भारत एक्सप्रेस का भी परिचालन किया जा रहा है । पटना जं. के पुनर्विकास से संबंधित पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पटना जं. के डीपीआर एवं डिजाइन पर कार्य चल रहा है । माननीय रेल मंत्री जी के प्रेस कॉन्फ्रेंस के पश्चात महाप्रबन्धक, पूर्व मध्य रेल श्री छत्रसाल सिंह ने भी उपस्थित संवाददाओं को बजट में रेलवे हेतु किये गये प्रावधानों से उन्हें अवगत कराया ।