West Bengal

Madan Mitra का विस्फोटक बयान, आईपैक की वसूली से बदनामी, ममता बनर्जी बेदाग

बंगाल मिरर, कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस किसके नियंत्रण में रहेगी इसे लेकर बुआ और भतीजे के बीच जारी शीतयुद्ध के बीच प्रदेश के पूर्व परिवहन मंत्री मदन मित्रा ने सोमवार को मीडिया के सामने विस्फोटक बयान दिया। उन्होंने कहा, ”सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ममता बनर्जी पर कोई दाग नहीं है,  ममता बनर्जी की बदनामी हुई  है, वह पैकवालों के लिए हुई है।” मदन ने आगे कहा, ” पैक के लिए बंगाल के बाहर से अवसरवादियों का एक समूह आता था, वे मंत्री के पास जाते थे और कहते थे, मैं फलां पैक से हूं, यह काम कल तक होना चाहिए।” उन्होंने कहा, “हमने उपचुनाव जीते, बिना किसी पैक के बैठक और जुलुस किए।”

मदन ने पैसे के बदले में तृणमूल टिकट बेचने का भी आरोप लदाया।  लेकिन यहां भी उन्होंने पैक को कठघरे में खड़ा कर दिया है. मदन के शब्दों में, ”ये बातें सुन रहा हूं. यह सब हमारी पार्टी में पैक द्वारा शुरू किया गया था। ये 2021 से पहले शुरू हो गए थे।  पैसे लेकर भी नामांकन नहीं दिया गया. लोगों को रोते देखा गया।” उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा, ”लेकिन कुछ नहीं किया जा सकता क्योंकि नकद लेनदेन हुआ है।” 

चुनाव सर्वेक्षण एजेंसी पैक पर निशाना साधते हुए मदन ने दावा किया, ”उन्होंने कुछ लोगों की सिफारिश की है. हमारे लड़के चुनाव लड़े. पैक का बेटा कहाँहै? पैक का अर्थ है पैक अप।” अंत में उन्होंने कहा, “देखिए ममता बनर्जी और पारदर्शिता एक ही चीज़ है। हंस के पंखों पर कभी दाग ​​नहीं पड़ते।” मदन के बयान पर, तृणमूल के राज्य महासचिवों में से एक कुणाल घोष ने दावा किया, “मदन मित्रा एक वरिष्ठ नेता हैं।” उन्होंने जो कहा वह अन्य वरिष्ठ नेताओं के लिए विचार करने का विषय है। मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।”


बता दें कि 2021 विधानसभा चुनाव से पहले प्रशांत किशोर की संस्था आईपैक बंगाल में तृणमूल के लिए मैदान में उतरी थी। उस वक्त  प्रशांत किशोर संगठन के प्रभारी थे। बाद में उन्होंने बंगाल छोड़ दिया. लेकिन फिर भी यह संगठन तृणमूल की ओर से कुछ इलाकों में वोटिंग की जिम्मेदारी संभालता था। मदन ने ‘वसूली’ से पैसे के बदले सीटें बेचने जैसे मुद्दों पर उस संगठन पर निशाना साधा।

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