ASANSOL

Black Diamond Express की यात्रा होगी आरामादायक, रेलवे ने लिया यह फैसला

बंगाल मिरर, आसनसोल : यात्रियों की सुरक्षा और आराम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए रेलवे ने पारंपरिक आईसीएफ (इंटीग्रल कोच फैक्ट्री) कोचों को आधुनिक एलएचबी(लिंकेहॉफमैन बुश) कोचों में अपग्रेड करने की एक बड़ी पहल की है। बेहतर यात्रा अनुभव के लिए डिज़ाइन किए गए, एलएचबी कोच अधिक जगह, उन्नत सुविधाएँ और बेहतर सवारी अनुकूल आराम प्रदान करते हैं।
यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने 25.03.2025 से धनबाद से चलने वाली 22388/22387 हावड़ा-धनबाद-हावड़ा ब्लैक डायमंड एक्सप्रेस के आईसीएफरेक को एलएचबीरेक में बदलने का फैसला किया है, जो 26.03.2025 से हावड़ा से चलेगी।

परिवर्तित मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्री अब बेहतर सुरक्षा उपायों और आराम के उच्च स्तर वाली यात्रा की उम्मीद कर सकते हैं। रेलवे उत्कृष्टता की अपनी खोज में दृढ़ है, अपने मूल्यवान यात्रियों के लिए समग्र यात्रा अनुभव को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है।

एलएचबी कोचों की प्रमुख विशेषताओं में पैनोरैमिक दृश्यों के लिए चौड़ीखिड़कियाँ और एक उन्नत एंटी-टेलीस्कोपिक सिस्टम शामिल है, जो दुर्घटनाओं के दौरान कोचों को एक-दूसरे से टकराने से रोककर सुरक्षा को बढ़ाता है। यह परिवर्तन यात्रियों के लिए अधिक सुरक्षित, अधिक आरामदायक और परेशानी मुक्त यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए रेलवे के समर्पण को रेखांकित करता है।

ब्लैक डायमंड एक्सप्रेस एक महत्वपूर्ण ट्रेन है जो भारत के झारखंड राज्य के धनबाद से पश्चिम बंगाल के हावड़ा तक चलती है। यह ट्रेन धनबाद जंक्शन (Dhanbad Junction) और हावड़ा जंक्शन (Howrah Junction) के बीच संचालित होती है। इसका ट्रेन नंबर 22387 (धनबाद से हावड़ा) और 22388 (हावड़ा से धनबाद) है। यह एक सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन है जो यात्रियों को तेज और सुविधाजनक यात्रा का विकल्प प्रदान करती है।

ब्लैक डायमंड एक्सप्रेस का नाम कोयले के लिए प्रसिद्ध धनबाद क्षेत्र से प्रेरित है, जहां कोयला “ब्लैकडायमंड” के नाम से जाना जाता है। यह ट्रेन रोजाना चलती है और अपने निर्धारित समय पर दोनों दिशाओं में संचालित होती है। धनबाद से हावड़ा की दूरी लगभग 271 किलोमीटर है, और यह ट्रेन इस सफर को करीब 4.5 से 5 घंटे में पूरा करती है।
चेयर कार (CC), जो यात्रियों की सुविधा के अनुसार उपलब्ध होते हैं। इसके प्रमुख स्टॉपेज में कुमारदुबी, आसनसोल जंक्शन, दुर्गापुर, और रानीगंज जैसे स्टेशन शामिल हैं।
यह ट्रेन खासकर उन यात्रियों के लिए लोकप्रिय है जो धनबाद और हावड़ा के बीच व्यापार, नौकरी या अन्य कारणों से यात्रा करते हैं।


शुरुआती दिनों में यह ट्रेन भाप इंजन (steam engine) से चलती थी, लेकिन बाद में डीजल और फिर इलेक्ट्रिक इंजन का उपयोग शुरू हुआ। भारतीय रेलवे के विद्युतीकरण (electrification) प्रयासों के तहत इस रूट को पूरी तरह से इलेक्ट्रिफाइड किया गया, जिसके बाद यात्रा का समय कम हुआ और सेवा अधिक कुशल हो गई। समय के साथ कोच की संख्या और सुविधाओं में भी बढ़ोतरी हुई, जिसमें एसी कोच और चेयर कार जैसे विकल्प शामिल किए गए।
सांस्कृतिक प्रभाव
ब्लैक डायमंड एक्सप्रेस इस क्षेत्र के लोगों के लिए सिर्फ एक ट्रेन नहीं, बल्कि उनकी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गई है। यह ट्रेन कोयला खनिकों, व्यापारियों, छात्रों और नौकरीपेशा लोगों के लिए एक भरोसेमंद साधन रही है। इसके अलावा, यह ट्रेन झारखंड और पश्चिम बंगाल के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक सेतु का काम करती है।

One thought on “Black Diamond Express की यात्रा होगी आरामादायक, रेलवे ने लिया यह फैसला

  • Super fast train 271 km Jane keliye 4.5 – 5 hrs Haa . Super fast hai ya EMU passenger

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