आस्था का मिलन समारोह, ” प्रेम एवं सद्भावना का रंगोत्सव है होली “
बंगाल मिरर, आसनसोल : शिल्पांचल की लोकप्रिय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था,आस्था ने “घासी राम अग्रवाल सरणी”297,एन.एस.रोड स्थित अपने कार्यालय में पारम्परिक होली सम्प्रीति मिलन का आयोजन किया।
आस्था के संस्थापक स्वनामधन्य घासी बाबू के चरणों में गुलाल निवेदित करने के बाद, उपस्थित सदस्यों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर, प्रसन्नता का आदान-प्रदान किया। गीतकार आनन्द के वसंत-गीत से कार्यक्रम का आगाज हुआ।डाॅ.कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने अपने संक्षिप्त संबोधन में होली की प्रासंगिकता पर तथ्यात्मक जानकारी देकर,होली का माहौल उपस्थित कर दिया। कवयित्री सुजाता सिंह “रूपल” के जोगिड़ा सरऽरऽरऽ,शीला बरनवाल,राखी शर्मा एवं मृदुला प्रसाद के शानदार होली गीतों ने होली की समां बांध दी।




अशोक आशीष ने अपने अंदाज से फिजां में इन्द्रधनुषी रंग घोल कर माहौल को रंगीन बना दिया। प्रख्यात कथाकार सृंजय ने होली को विशेष सन्दर्भ में परिभाषित किया।अवधेश कुमार अवधेश,दिनेश गुप्ता गर्ग, निरंजन महतो एवं कथाकार महावीर राजी ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कर,श्रोताओं का भरपूर मनोरंजन किया। मौके पर पूर्व अध्यक्ष मनोहर लाल पटेल,सुरेश कुमार ओझा, शिक्षक अनिल कुमार सिंह,सन्तोष कुमार बरनवाल,प्रदीप साहु, बैजनाथ बरनवाल तथा डाॅ.अरुण पाण्डेय ने भी सारगर्भित विचार प्रस्तुत किए। हावड़ा हिन्दी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डाॅ.दामोदर मिश्र ने होली के पौराणिक मिथकों एवं वर्तमान सामाजिक परिवेश में होली की स्थिति पर विस्तार से विचार रखा।
हर दिल अजीज आस्था के अध्यक्ष नरेश अग्रवाल भाव विभोर होकर सबको सुन रहे थे। अध्यक्षीय वक्तव्य प्रस्तुत करने के क्रम में वे बार-बार संरक्षक अशोक अग्रवाल की दरियादिली,उदारता एवं पितृ-निष्ठा को दुहराते रहे।पटल संचालिका कविता शर्मा (कोलकाता)की अनुपस्थिति उन्हें खल रही थी। कार्यक्रम में आर.पी.एफ.इंस्पेक्टर अरुण कुमार सिंह एवं स्वर कोकिला आकांक्षा की स्नेह मयी मां एवं गीतकार आनन्द की पत्नी अंजना बारी बतौर श्रोता कार्यक्रम का आनन्द लेते रहे।संरक्षक अशोक अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए, उपस्थित लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया एवं शानदार उपस्थिति पर सन्तोष तथा प्रसन्नता व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन संयोजक नवीन चन्द्र सिंह ने किया।