पेड वर्कर से खुद को चमकाने के बजाय, विरोधियों का मुंहतोड़ जवाब दें : दासू
ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के बिना कोई पहचान नहीं
बंगाल मिरर, आसनसोल : तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कद्दावर नेता और पार्टी के राज्य सचिव वी. शिवदासन दासु ने अपने सोशल मीडिया पेज के जरिए टीएमसी नेताओं और कार्यकर्ताओं को कड़ा संदेश दिया। सबसे पहले उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि आसनसोल सहित पूरे पश्चिम बर्दवान जिले में रामनवमी का त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाया गया, जिसमें सभी समुदायों के लोग शामिल हुए। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने इस शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की और दुष्प्रचार फैलाया, लेकिन जनता ने इसे नाकाम कर दिया।




इसके बाद दासु ने अपनी ही पार्टी के नेताओं और जनप्रतिनिधियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से वह देख रहे हैं कि भाजपा, कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी जैसे विपक्षी दल टीएमसी, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी के खिलाफ आक्रामक बयानबाजी कर रहे हैं। लेकिन अफसोस की बात है कि जिले के टीएमसी जनप्रतिनिधि इस सबके बावजूद चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि एक साधारण कार्यकर्ता की क्षमता सीमित होती है, लेकिन जनप्रतिनिधियों को आगे बढ़कर विपक्ष के इस गलत अभियान का जवाब देना चाहिए, जो नहीं हो रहा।
दासु ने कुछ टीएमसी नेताओं पर सोशल मीडिया के जरिए सिर्फ अपनी छवि चमकाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये नेता पैसे देकर लोगों को रखते हैं, जो उनकी हर गतिविधि को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं और हजारों लाइक-कमेंट्स की व्यवस्था करते हैं। इसके लिए हर महीने मोटी रकम खर्च की जाती है। लेकिन इन्हीं नेताओं को ममता बनर्जी की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने की जहमत उठाते नहीं देखा गया।
उन्होंने चेतावनी दी कि नेताओं को यह समझना चाहिए कि पार्टी, ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के बिना उनकी कोई पहचान नहीं। उन्होंने कहा, “जब वामपंथियों का शासन था, तब मैं भी टीएमसी में बड़े पदों पर रहा और उस समय की परिस्थितियां मुझसे बेहतर कोई नहीं जानता। आज जो लोग बड़े पदों पर हैं, वे सिर्फ खुद को चमकाने में लगे हैं, जबकि पार्टी की छवि को बेहतर करना चाहिए।”
दासु ने एक पुराने टीएमसी नेता का उदाहरण देते हुए कहा कि जो लोग पार्टी से ज्यादा खुद को चमकाते हैं, उनका हश्र सबके सामने है। वह नेता आज पार्टी से बाहर और राजनीतिक रूप से हाशिए पर हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जो लोग अपनी छवि चमकाने के लिए सोशल मीडिया पर पैसे खर्च करते हैं, वे अन्य नेताओं के काम को क्यों नहीं बढ़ावा देते? इससे साफ है कि ऐसे लोग पार्टी का भला नहीं चाहते।
उन्होंने जोर देकर कहा, “सोशल मीडिया पर नेता नहीं बनते, इसके लिए जमीन से जुड़नापड़ता है। पार्टी से बढ़कर कुछ नहीं। ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी हैं, तभी सब कुछ है। अगर पार्टी से अलग हुए तो कोई भी पांच वोट भी नहीं जुटा सकता।” दासु ने नेताओं से अपील की कि वे अपनी छवि सुधारने के बजाय पार्टी को मजबूत करें और ममता-अभिषेक के हाथ मजबूत करने के लिए काम करें।
उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष की लगातार बयानबाजी और जिले के टीएमसी नेताओं की खामोशी से वह परेशान हैं। “मैं यह सब कहना नहीं चाहता था, लेकिन हालात ने मजबूर किया। किसी को अच्छा लगे या बुरा, मुझे फर्क नहीं पड़ता। मैं आज जो कुछ भी हूं, सिर्फ ममता बनर्जी के आशीर्वाद से हूं, न कि जिले में किसी को खुश करके,” दासु ने साफ शब्दों में कहा।
इस बयान से टीएमसी के भीतर हलचल मच गई है और अब सबकी नजर इस बात पर है कि पार्टी नेतृत्व इस पर क्या रुख अपनाता है।