मुर्शिदाबाद हिंसा : आसनसोल में बीजेपी का प्रदर्शन, टीएमसी ने किया पलटवार
बंगाल मिरर, आसनसोल : ( Asansol News Today ) पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा और मूर्तिकार हरगोबिंद दास (74) और उनके बेटे चंदन दास (40) की निर्मम हत्या के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पूरे राज्य में तीव्र विरोध प्रदर्शन किया। बुधवार को आसनसोल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने आसनसोल के बर्नपुर में त्रिवेणी मोड़ पर सड़क जाम कर ‘हिंदू शहीद दिवस’ मनाया। इस दौरान सड़क पर एक शहीद वेदी बनाई गई, जिसमें मृतक पिता-पुत्र की तस्वीरें रखी गई थीं। विधायक अग्निमित्रा पॉल ने वेदी पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।




प्रदर्शन के बाद अग्निमित्रा पॉल ने कहा, “8 अप्रैल को मुर्शिदाबाद में हरगोबिंद दास और उनके बेटे चंदन दास की जिस तरह से हत्या की गई, वह बेहद निंदनीय है। एक समुदाय के उपद्रवियों ने उनके घर पर हमला कर धारदार हथियारों से उनकी हत्या कर दी। इतना ही नहीं, कई सनातनी हिंदुओं के घरों में लूटपाट भी की गई। यह पूरी तरह से सुनियोजित हमला था। पुलिस ने पीड़ितों को बचाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।” उन्होंने इस घटना के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर उकसावे का आरोप लगाते हुए कहा, “ममता बनर्जी एक विशेष समुदाय का तुष्टिकरण कर रही हैं। पुलिस सब कुछ देखकर भी चुप रही। हाईकोर्ट ने स्थिति को देखते हुए केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया, जिसके बाद क्षेत्र में शांति बहाल होने की स्थिति बनी।” पॉल ने दावा किया कि ममता सरकार की तुष्टिकरण नीतियों के कारण न केवल मुर्शिदाबाद, बल्कि पूरे बंगाल में हिंदू असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा, “केवल बीजेपी की सरकार बनने पर ही बंगाल में हिंदुओं की रक्षा हो सकती है।”बीजेपी का यह सड़क जाम और विरोध प्रदर्शन करीब आधे घंटे तक चला। इस दौरान इलाके में तनाव का माहौल रहा।
टीएमसी का पलटवार
दूसरी ओर, पश्चिम बर्दवान जिला तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के अध्यक्ष नरेंद्रनाथ चक्रवर्ती ने बीजेपी के इस प्रदर्शन पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा, “यह सभी को पता है कि दंगे कौन करवाता है, उकसावे की राजनीति कौन करता है और धर्म के आधार पर विभाजनकारी राजनीति कौन करता है। यह बात न केवल बंगाल, बल्कि पूरे देश के लोग जानते हैं।” चक्रवर्ती ने दावा किया कि मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी पहले ही स्पष्ट कर चुकी हैं कि मुर्शिदाबाद की घटना सुनियोजित थी और इसे कुछ लोगों ने प्रायोजित किया।
मुर्शिदाबाद हिंसा का पृष्ठभूमि
मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज इलाके में 8 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) विधेयक के विरोध में शुरू हुआ प्रदर्शन हिंसक हो गया था। इस दौरान उपद्रवियों ने मूर्तिकार हरगोबिंद दास और उनके बेटे चंदन दास की कथित तौर पर धारदार हथियारों से हत्या कर दी। स्थानीय लोगों और पीड़ित परिवार के अनुसार, हमलावरों ने लूटपाट की और जब पिता-पुत्र ने इसका विरोध किया, तो उनकी हत्या कर दी गई। इस घटना में तीन लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे। हिंसा के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट ने प्रभावित इलाकों में केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया, जिसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई। पुलिस ने इस मामले में अब तक दो आरोपियों, कालू नदाब और दिलदार नदाब, को गिरफ्तार किया है।
इस घटना ने बंगाल की सियासत को गरमा दिया है। बीजेपी और टीएमसी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, जबकि पीड़ित परिवार और स्थानीय लोग न्याय की मांग कर रहे हैं।