Mamata Banerjee : बाहरी लोगों ने फैलाई हिंसा, गाय देखता है बीएसएफ, कोयला सीआईएसएफ, तो राज्य को क्यों जिम्मेदार ?
जिंदल के पावर प्लांट का 21 को करेंगी शिलान्यास, 22 को 25 फायर स्टेशनों का उद्घाटन
बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता : ( Mamata Banerjee Press Conference ) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को दावा किया कि मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के पीछे बाहरी लोगों का हाथ है। उन्होंने सवाल उठाया कि सीमा पर बीएसएफ की तैनाती के बावजूद अनुप्रवेश कैसे हुआ। ममता ने स्पष्ट कहा कि सीमा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है, और अगर वहां कोई समस्या होती है तो केंद्र को जवाब देना होगा। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र ने सीमा से 50 किलोमीटर तक की जमीन पर कब्जा कर लिया है, जिससे राज्य को परेशानी हो रही है। ममता ने यह भी कहा कि बीजेपी बार-बार अनुप्रवेश के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराती है, जबकि वास्तविकता कुछ और है।
गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता ने कहा, “बाहर से कुछ लोग आए और अशांति फैलाई। यह हमारा काम नहीं है। वे डर भी दिखा रहे हैं।” मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग, राज्यपाल और संभवतः केंद्र का एक प्रतिनिधिमंडल भी आ सकता है। इस पर ममता ने तंज कसते हुए कहा, “गृह मंत्री को त्रिपुरा, मणिपुर और असम जाने के लिए कहें। ये राज्य और सीमा हमारे नियंत्रण में नहीं हैं। यह बात याद रखें।”




50 किलोमीटर जमीन छीने जाने का आरोप
ममता ने केंद्र पर राज्य की जमीन छीनने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “पहले सीमा के 5 किलोमीटर तक का क्षेत्र बीएसएफ के पास था, लेकिन मौजूदा गृह मंत्री ने कानून बनाकर इसे 50 किलोमीटर कर दिया। इसका मतलब है कि हमारे लोग वहां रहते हैं, लेकिन हम उनसे मिलने या संपर्क करने में असमर्थ हैं।” उन्होंने आगे कहा, “राज्य सरकार से 50 किलोमीटर जमीन छीन ली गई है। यह क्यों हुआ? मैंने पहले दिन से इसका विरोध किया है और आगे भी करती रहूंगी।”
पहले थी जानकारी साझा करने की व्यवस्था, अब नहीं
ममता ने बताया कि पहले सीमा के पास राज्य पुलिस तैनात रहती थी और बाहर से आने-जाने वालों का रिकॉर्ड रखती थी। लेकिन गृह मंत्री अमित शाह ने नियम बदल दिए। उन्होंने कहा, “अब हमारे अधिकारियों को वहां जाने की अनुमति नहीं है। इसलिए हम सूचनाओं का आदान-प्रदान नहीं कर पाते।” इसके बाद ममता ने तंज कसते हुए कहा, “सीमा देखता है बीएसएफ, गाय देखता है बीएसएफ, कोयला देखता है सीआईएसएफ। फिर हमें बेवजह क्यों घसीटा जा रहा है? ये सब झूठी बातें हैं।”
ममता की अपील और चेतावनी
ममता ने मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही, उन्होंने केंद्र सरकार से सीमा सुरक्षा और हिंसा की जांच की मांग की है। उनके इन बयानों ने एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकार के बीच तनाव को उजागर किया है।
पश्चिम बंगाल में औद्योगिक विकास: ममता बनर्जी ने दी नई परियोजनाओं की जानकारी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष के दावों को खारिज करते हुए कहा कि राज्य में वास्तविक निवेश हो रहा है। उन्होंने बताया कि 21 अप्रैल को शालबनी में जिंदल समूह के थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास और 22 अप्रैल को गोयलटोर में सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन करेंगी। इन परियोजनाओं से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। शालबनी में 16,000 करोड़ रुपये के निवेश से दो 800 मेगावाट के प्लांट बन रहे हैं। गोयलटोर सौर संयंत्र में जर्मनी की एक कंपनी ने 80% निवेश किया है, कुल 757 करोड़ रुपये की लागत से यह परियोजना पूरी हुई है। ममता ने कहा कि सागरदिघि, दुर्गापुर, बकreshwar और सांतालडीह में भी पावर प्लांट का काम चल रहा है, जिससे रोजगार और आय बढ़ेगी। साथ ही, लोडशेडिंग की समस्या खत्म हो गई है। 22 अप्रैल को 25 फायर स्टेशनों का भी उद्घाटन होगा।