देवाभाऊ राष्ट्रीय कबड्डी स्पर्धा 2025 में पश्चिम बंगाल रनर्स अप, आसनसोल की गायत्री रही टीम में
बंगाल मिरर, 16 मई 2025: कबड्डी असोसिएशन विदर्भ संघ, नागपुर और एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित देवाभाऊ राष्ट्रीय कबड्डी स्पर्धा 2025 का समापन 12 मई को वर्धा के सर्कस मैदान पर शानदार तरीके से हुआ। इस प्रतियोगिता में पश्चिम बंगाल की टीम ने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा, हालांकि अंतिम मुकाबले में हरियाणा के खिलाफ उन्हें हार का सामना करना पड़ा।




प्रतियोगिता का सफर
टूर्नामेंट का आगाज 9 मई को विदर्भ और पश्चिम बंगाल के बीच पहले मुकाबले के साथ हुआ। इस रोमांचक मैच में पश्चिम बंगाल ने अपनी रणनीति और ताकत का शानदार प्रदर्शन करते हुए विदर्भ को हराकर जीत हासिल की। अगले दिन, 10 मई को, पश्चिम बंगाल ने चंडीगढ़ और मध्य प्रदेश के खिलाफ लगातार दो मुकाबलों में जीत दर्ज की, जिसने उनकी टीम को टूर्नामेंट में मजबूत दावेदार के रूप में स्थापित किया।
11 मई को प्री-क्वार्टर फाइनल में पश्चिम बंगाल ने महाराष्ट्र को हराकर अगले दौर में प्रवेश किया। उसी दिन क्वार्टर फाइनल में पॉन्डिचेरी के खिलाफ भी पश्चिम बंगाल ने शानदार जीत हासिल की। सेमीफाइनल में तेलंगाना के खिलाफ कड़ा मुकाबला हुआ, जिसमें पश्चिम बंगाल ने अपनी दमदार रणनीति और एकजुटता के बल पर फाइनल में जगह बनाई।
फाइनल: हरियाणा बनाम पश्चिम बंगाल
12 मई को टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला हरियाणा और पश्चिम बंगाल के बीच खेला गया। यह मैच बेहद रोमांचक और कांटे की टक्कर वाला रहा। हरियाणा की अनुभवी और मजबूत टीम ने शुरू से ही आक्रामक खेल दिखाया, जबकि पश्चिम बंगाल ने अपनी रक्षात्मक और आक्रामक रणनीतियों से कड़ा जवाब दिया। हालांकि, अंतिम क्षणों में हरियाणा ने बाजी मारते हुए खिताब अपने नाम किया। पश्चिम बंगाल को उपविजेता के रूप में सम्मानित किया गया।
समापन समारोह
12 मई को रामनगर, वर्धा में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उपस्थित थे। उन्होंने कबड्डी के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “कबड्डी न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक विकास में भी योगदान देता है। यह ग्रामीण भारत का गौरव है और इसे बढ़ावा देना हमारी जिम्मेदारी है।”
आयोजन की विशेषताएं
देवाभाऊ राष्ट्रीय कबड्डी स्पर्धा 2025 में पुरुष और महिला वर्ग में जूनियर और सीनियर दोनों श्रेणियों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। विदर्भ केसरी रामदास तडस इंडोर स्टेडियम, देवली में उद्घाटन समारोह और कुछ मुकाबले आयोजित किए गए, जिसने स्थानीय दर्शकों में खासा उत्साह पैदा किया।
पश्चिम बंगाल का प्रदर्शन
पश्चिम बंगाल की टीम ने पूरे टूर्नामेंट में अपनी एकजुटता, रणनीति और खेल भावना का शानदार प्रदर्शन किया। कोच और खिलाड़ियों ने इस अनुभव को भविष्य के लिए प्रेरणादायक बताया। स्थानीय प्रशंसकों ने भी पश्चिम बंगाल की टीम की सराहना की और उनके जुझारूपन को सलाम किया।गायत्री कुमारी मोदी, पुत्री नवल किशोर मोदी, निवासी चतुर काली मंदिर,दिलदार नगर,४१ नंबर वार्ड,आसनसोल इस टीम की सदस्य रहीं।
आगे की राह
यह टूर्नामेंट न केवल कबड्डी के प्रति उत्साह को बढ़ाने में सफल रहा, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में खेल संस्कृति को प्रोत्साहन देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आयोजकों ने भविष्य में जिला और तालुका स्तर पर भी ऐसी स्पर्धाओं के आयोजन की योजना बनाई है, ताकि अधिक से अधिक युवा इस पारंपरिक खेल से जुड़ सकें।
देवाभाऊ राष्ट्रीय कबड्डी स्पर्धा 2025 ने एक बार फिर साबित किया कि कबड्डी केवल एक खेल नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर और युवा ऊर्जा का प्रतीक है।