ईसीएल द्वारा अवैध निर्माण तोड़ा गया, उग्र प्रदर्शन कार्मिक प्रबंधक ने मानी गलती
बंगाल मिरर, जेके नगर : ईसीएल के सातग्राम श्रीपुर एरिया अंतर्गत चापुई कोलियरी इलाके में शनिवार को ईसीएल प्रबंधन के अधिकारी चापुई कोलियरी के कार्मिक प्रबंधक फूलचंद केवट के नेतृत्व में ईसीएल के जमीन पर बनाए गए एक अवैध निर्माण को तोड़ दिया गया. जिससे इलाके में तनाव फैल गया. अवैध निर्माण को तोड़ने के बाद इलाके के लोग प्रबंधन के माफी मांगने एवं मुआवजे की मांग पर चापुई कोलियरी के पीएम केवट को घेर कर प्रदर्शन करने लगे. खबर पाकर तृणमूल हिंदी प्रकोष्ठ एवं एससी एसटी प्रकोष्ठ के नेता सिंटू भुइंया मौके पर पहुंचे। उन्होंने अवैध निर्माण तोड़ने से संबंधित कागजात अधिकारी से मांगे। कागजात नहीं दिखाने पर स्थानीय लोगों ने मिलकर पीएम को बंधक बना लिया। पुलिस को पीएम को घेरे से निकलने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।




इस दौरान सिंटू भुइंया का पुलिस के साथ धक्का मुक्की भी देखी गई। पुलिस ने पीएम को अपने अंदर में लेकर यहां से भेजने लगे तभी इलाके के लोग उग्र हो गए एवं पीएम के वहां के समक्ष बैठकर उन्हें घेर दिया. बाद में पुलिस ने किसी तरह से पीएम को भीड़ के घेरे से निकाल कर सुरक्षित उनके कार्यालय ले गए. इसके बाद स्थानीय लोगों ने सिंटू भुइंया के नेतृत्व में ईसीएल के सभी वाहन एवं जेसीबी मशीन को घटनास्थल से ले जाने पर रोक दिया एवं पीएम को घटनास्थल पर बुलाने तथा माफी मांगने की मांग की. जन दबाव के बाद पुलिस के सुरक्षा के घेरे में पीएम फूलचंद केवट घटनास्थल पर पहुंचे ।
इस दौरान उन्होंने जन दबाव में अवैध निर्माण तोड़ने को लेकर माफी मांगी एवं कहा कि ईसीएल के जमीन पर कहीं भी अवैध निर्माण होता है तो हम लोग उसे पर एक्शन लेते हैं. आज ईसीएल के एरिया अधिकारियों के निर्देश पर हम लोगों ने ईसीएल की जमीन पर अवैध निर्माण को तोड़ा. अवैध निर्माण जब हो रहा था तो कब्जाधारी को चेतावनी दी गई थी बावजूद इन लोगों ने अवैध निर्माण किया. परंतु बिना कागजात के हम लोगों ने अवैध निर्माण को तोड़ा इसके लिए मैं माफी मांगता हूं अगली बार से इस तरह की कार्रवाई होगी तो पूरे कागजात के साथ करवाई किया जाएगा।
प्रबंधन के माफी मांगने के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ.इस दौरान सिंटू भुइंया ने कहा कि इस जगह पर एक आदिवासी परिवार वर्षों से झोपड़ी बनाकर रह रहा था परेशानी होने पर उसने धीरे-धीरे घर को पक्का रूप में बनाना शुरू किया आज जब घर बनाकर तैयार हो गया तो ईसीएल द्वारा बिना कोई नोटिस के बिना कोई कागजात के बुलडोजर लगाकर तोड़ दिया गया. जिससे संजीत मोदी कोड़ा की जीवन भर की कमाई मिट्टी में मिल गई. यह लोग यहां 40-50 वर्षों से निवास कर रहे हैं. जिसे हम लोगों ने विरोध किया एवं यहां के पीएम से तोड़ने से संबंधित कागजात मांगे परंतु उसने कागजात नहीं दिखाए एवं यहां से भाग गए. गरीब लोग यहां सरकारी जमीन पर घर बनाकर रह रहे हैं।
“उन्होंने पीएम पर आरोप लगाया कि 2 सालों के अंदर वे लगभग 200 घरों को बनवाकर उनसे पैसे वसूले हैं. जो पैसे उन्हें देता है उनका घर बनता है जो पैसे नहीं दिया उसके घर को तोड़ दिया जाता है.” हमारी नेत्री मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि किसी भी गरीब का घर तब तक नहीं तोड़ा जाएगा जब तक उसे कहीं और घर बनाकर नहीं दिया जाए. हम लोगों की मांग है कि पीएम यहां पर आए एवं हम लोगों से बात करें एवं तोड़ने से संबंधित कागजात दिखाएं. सिंटू भुइंया ने इस मुद्दे को लेकर ईसीएल सातग्राम एरिया कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन करने की बात कही।
पैसे लेकर ईसीएल की जमीन पर घर बनाने के आरोप पर पर चापुई कोलियरी के कार्मिक प्रबंधक फूलचंद केवट से बात करने की कोशिश की गई परंतु उन्होंने फोन नहीं उठाया. इस विषय को लेकर सातग्राम श्रीपुर एरिया के महाप्रबंधक रॉबिन थनौजा से बात की गई उन्होंने बताया कि इस घटना की पूरी जानकारी नहीं है जानकारी लेकर बताया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि ईसीएल की जमीन पर अगर कोई अवैध निर्माण करता है तो उसे पर कार्रवाई की जाएगी। अगर आज कोई कार्रवाई हुई है तो जिनका अवैध निर्माण तोड़ा गया है उन्हें जमीन का कागजात दिखाना चाहिए था।