Barakar : शिक्षा विभाग की अनदेखी, स्कूल प्रबंधन का मनमाना फैसला, विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़
बंगाल मिरर, बराकर : ( barakar News In Hindi): आसनसोल के कुलटी विधानसभा क्षेत्र में स्थित बराकर श्री मारवाड़ी विद्यालय में 11वीं और 12वीं कक्षा के दाखिले को लेकर विवाद गहरा गया है। स्कूल प्रबंधन द्वारा बिना शिक्षा विभाग की अनुमति के दाखिला बंद करने का नोटिस चस्पा करने का मामला अब कोलकाता तक पहुंच चुका है। इस निर्णय ने न केवल स्थानीय छात्रों और अभिभावकों में रोष पैदा किया है, बल्कि शिक्षा विभाग को भी इस मनमानी पर गंभीर कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया है।




स्कूल प्रबंधन का मनमाना फैसला
विद्यालय प्रबंधन ने बिना शिक्षा विभाग के निर्देश के 11वीं और 12वीं कक्षा में दाखिला न लेने का निर्णय लिया। स्कूल के अध्यक्ष पप्पू सिंह ने स्वीकार किया कि यह फैसला शिक्षा विभाग की अनुमति के बिना लिया गया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में तीन से चार स्कूलों से माध्यमिक उत्तीर्ण करने वाले छात्र मारवाड़ी विद्यालय में दाखिले के लिए आते हैं। दाखिला बंद होने से सैकड़ों छात्रों का भविष्य अधर में लटक सकता है।
टीचर इंचार्ज दिपिका राय ने दाखिला बंद करने का कारण हिंदी, अंग्रेजी, इतिहास, अर्थशास्त्र, रसायन विज्ञान और बिजनेस स्टडी जैसे विषयों में शिक्षकों की कमी बताया। उन्होंने कहा, “अगर इन विषयों के शिक्षक उपलब्ध हो जाएं, तो स्कूल की सभी समस्याएं हल हो सकती हैं और छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।”
शिक्षा विभाग को इस नोटिस के साथ-साथ यह जानकारी भी मिली है कि स्कूल प्रबंधन ने माध्यमिक उत्तीर्ण छात्रों को ओपन यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने की सलाह दी, जहां उन्हें नियमित कक्षाओं में उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं होगी। इस सुझाव ने शिक्षा विभाग को हैरान कर दिया है, और विभाग अब इस मामले में सख्त कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
स्कूल प्रबंधन की बैठक और नया निर्णय
विवाद के बाद स्कूल के अध्यक्ष पप्पू सिंह, टीचर इंचार्ज दिपिका राय और अन्य शिक्षकों ने सोमवार को एक बैठक की। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि 9 से 11 जून तक 11वीं और 12वीं कक्षा के दाखिले के लिए फॉर्म वितरित किए जाएंगे। इसके बाद अभिभावकों के साथ एक बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें स्कूल की समस्याओं पर चर्चा होगी और उनकी सहमति से दाखिला प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पप्पू सिंह ने कहा, “हम नहीं चाहते कि क्षेत्र के छात्र-छात्राएं शिक्षा से वंचित हों। हम जल्द से जल्द दाखिला प्रक्रिया शुरू करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।”
भाजपा विधायक ने जताई चिंता, विधानसभा में गूंजेगा मद्दा
कुलटी के भाजपा विधायक ने इस मामले पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा, “बराकर श्री मारवाड़ी विद्यालय को मैं तब से जानता हूं, जब यहां केवल माध्यमिक तक की पढ़ाई होती थी। बाद में 11वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू होना कुलटीवासियों के लिए गर्व की बात थी। अचानक शिक्षकों की कमी का हवाला देकर दाखिला बंद करना सरकार की कमियों को दर्शाता है।” उन्होंने विधानसभा में कुलटी में महाविद्यालय की मांग को बार-बार उठाने की बात कही और सरकार से अनुरोध किया कि मारवाड़ी विद्यालय में 11वीं और 12वीं के दाखिले के लिए तत्काल आदेश जारी किए जाएं।
छात्रों का भविष्य अधर में
इस विवाद ने न केवल स्कूल प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं, बल्कि शिक्षा विभाग की निष्क्रियता को भी उजागर किया है। स्थानीय अभिभावक और छात्र इस अनिश्चितता से परेशान हैं। क्षेत्र के कई छात्रों के लिए यह स्कूल उच्च शिक्षा का एकमात्र विकल्प है, और दाखिला बंद होने से उनका भविष्य खतरे में पड़ सकता है। शिक्षा विभाग और स्कूल प्रबंधन के बीच इस तनातनी का जल्द समाधान न हुआ, तो इसका असर न केवल कुलटी के छात्रों, बल्कि पूरे क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था पर पड़ सकता है।