“90% निवेशक नहीं बना पाते करोड़ों का पोर्टफोलियो – क्या आप भी उनमें से एक हैं ?
🔴 “90% निवेशक नहीं बना पाते करोड़ों का पोर्टफोलियो – क्या आप भी उनमें से एक हैं?”✍️ रीतेश कुमार जालानCERTIFIED FINANCIAL PLANNER®संस्थापक – Sampark Online Finserv LLP#samparkonline#Learnb4uearnआज की भागती दौड़ती ज़िंदगी में हर कोई जल्दी अमीर बनना चाहता है — कोई शेयर ट्रेडिंग से, कोई क्रिप्टो में किस्मत आजमाकर, तो कोई रियल एस्टेट के शॉर्टकट से। लेकिन सच्चाई यही है कि धन का निर्माण चमत्कार से नहीं, समय और अनुशासन से होता है।धन सृजन (Wealth Creation) एक बीज बोने और पेड़ उगाने की प्रक्रिया है — जिसमें धैर्य, नियमितता और दीर्घकालिक दृष्टिकोण की ज़रूरत होती है।




1. SIP और कंपाउंडिंग: 5, 10, 20 और 30 वर्षों का विश्लेषणमान लीजिए आप हर महीने ₹20,000 की SIP करते हैं, और औसतन 12% वार्षिक रिटर्न मिलता है, तो क्या होगा?वर्ष- कुल निवेश (₹) -पोर्टफोलियो वैल्यू (₹)- प्रतिशत योगदान (टोटल 30 साल के पोर्टफोलियो से)5 – ₹12 लाख- ₹16.3 लाख – सिर्फ 3.3%10 – ₹24 लाख – ₹46.8 लाख- सिर्फ 9.4%20 – ₹48 लाख- ₹2.0 करोड़- लगभग 40.5%30- ₹72 लाख- ₹6.3 करोड़- 100%📌 ध्यान दें:पहले 10 साल में जहां आपने ₹24 लाख निवेश किया, वहां आपको केवल ₹46.8 लाख की वैल्यू मिलती है।जबकि अगले 10 सालों में वही SIP ₹2 करोड़ तक पोर्टफोलियो पहुंचा देता है।और तीसरे दशक (20 से 30 वर्ष) में असली चमत्कार होता है — निवेश केवल ₹24 लाख और वैल्यू बढ़कर ₹4.3 करोड़!👉 अर्थात 70% से ज्यादा पोर्टफोलियो का निर्माण अंतिम 10 वर्षों में होता है।इसका नाम है कंपाउंडिंग का जादू — “Power of Time”।—
🔁 अगर आप हर साल 10% SIP बढ़ाते हैं (Top-up SIP)अब मान लीजिए आप ₹20,000 प्रति माह से शुरू करते हैं, और हर साल 10% SIP बढ़ाते हैं, तब:🔸 30 साल बाद कुल निवेश: ₹2.3 करोड़🔸 पोर्टफोलियो वैल्यू: लगभग ₹11.1 करोड़📌 यानि सिर्फ ₹20,000 से शुरू होकर, नियमित टॉप-अप के जरिए आप ₹10 करोड़ से ज्यादा का पोर्टफोलियो बना सकते हैं!और यह भी न केवल ज्यादा निवेश से, बल्कि कंपाउंडिंग और अनुशासन से संभव होता है—✍️ सीख क्या है?शुरुआत छोटी हो सकती है, लेकिन अगर समय और अनुशासन दिया जाए, तो बड़ा पोर्टफोलियो बनता है।शुरुआती सालों में धैर्य रखना जरूरी है, क्योंकि पोर्टफोलियो का असली आकार अंतिम वर्षों में बनता है।टॉप-अप SIP से आप महंगाई से भी लड़ सकते हैं और रिटायरमेंट को सुरक्षित बना सकते हैं
।—2. SIP अवधि और असफलता का आंकड़ाAMFI/SEBI की रिपोर्ट से पता चलता है कि अधिकांश निवेशक लंबी अवधि तक SIP रखना पसंद नहीं करते:FY 2022‑23 में 50% SIP यूनिट्स 1 साल के भीतर रिडीम हो गईं,73% यूनिट्स 2 साल से पहले एक्सिट कर दी गईं,और केवल 3% यूनिट्स 5 साल से अधिक समय तक बनी रहीं।📌 यानी — सिर्फ 3% निवेशक ही 5 साल से अधिक समय तक SIP चलते रखते हैं .इसके अलावा direct plan SIP AUM data के अनुसार, लगभग 91% direct‑plan निवेशक SIP को 5 साल से पहले बंद कर देते हैं (सिर्फ 9% ही 5 + वर्षों तक निवेशित रहते हैं) .✅ नतीजा:जो निवेशक पहले 5 साल में SIP छोड़ देते हैं, वे उस अमल से वंचित रहते हैं जहाँ कंपाउंडिंग का वास्तविक असर दिखने लगता है—इसलिए संपत्ति निर्माण संभव नहीं हो पाता।—
3. CFP (Certified Financial Planner®) क्यों ज़रूरी हैं?A. **धैर्य बनाये रखने में मदद करते हैं:**निवेशक अक्सर बाजार की अस्थिरता या शुरुआती धीमी ग्रोथ देखकर SIP रोक देते हैं। CFP® निवेशकों को सही और दीर्घकालिक दृष्टिकोण बनाए रखते हैं।B. Guidance & Rebalancing:CFP® आपके पोर्टफोलियो का समय‑समय पर समीक्षा कर, आवश्यकता अनुसार फंड रिव्यू या पुनर्संतुलन (rebalancing) कराते हैं। यह बहुत महत्वपूर्ण है खासकर volatile market में।C. **लक्ष्य‑आधारित निवेश योजना:**CFP® आपकी आय, जोखिम क्षमता और लक्ष्य (जैसे बच्चों की पढ़ाई, रिटायरमेंट, घर) के अनुसार रणनीति तैयार करते हैं—ताकि SIP का निवेश वही करे जो आपकी वित्तीय दिशा तय करता है।D. **डेटा से प्रमाण:**CaféMutual रिपोर्ट में यह भी माना गया कि direct plan निवेशकों का early exit behavior guided regular plans के मुकाबले अधिक होता है
—विशेषकर volatile conditions में, जहां सलाह से निवेशक स्थिर रहते हैं। Regular plan SIP folios में अधिक AUM (>5 साल) बनी रहती है (≈19%) जबकि direct में सिर्फ ≈9% ही बनी रहती है .—4. निष्कर्ष और अपील 📢💡 धैर्य ही असली लाभ का द्वार हैअधिकतर निवेशक पहले 5 साल में ही नतीजे न देखकर SIP रोक देते हैं या बीच में पैसा निकाल लेते हैं। पर यह वही समय होता है जब कंपाउंडिंग की नींव बन रही होती है। अगर आपने धैर्य नहीं रखा, तो असली फल चखने से पहले ही आप पेड़ काट देते हैं।क्या करें?a. लक्ष्य तय करें: सिर्फ निवेश नहीं, लक्ष्य के लिए निवेश करें — रिटायरमेंट, बच्चों की शिक्षा, घर आदि।b. नियमित SIP चालू रखें: मार्केट ऊपर जाए या नीचे, SIP चालू रखें।c. धैर्य बनाए रखें: कम से कम 15–20 साल की सोच रखें।
d. पोर्टफोलियो रिव्यू करें: साल-दो साल में एक बार फाइनेंशियल प्लानर से समीक्षा करवाएं।धन का निर्माण कोई जादू की छड़ी से नहीं होता। यह एक नियमित और धैर्यपूर्ण निवेश यात्रा का नतीजा होता है। जितना लंबा समय, उतनी बड़ी संपत्ति। आज ₹20,000 की SIP शायद छोटी लगे, लेकिन 20 साल बाद वही आपकी करोड़ों की दौलत बन सकती है — बशर्ते आप उसे समय दें।📌 याद रखिए: निवेश ज्ञान से नहीं, व्यवहार से फलता है।नोट: SIP और टॉप-अप SIP से संबंधित आंकड़े उदाहरण मात्र हैं और वास्तविक रिटर्न बाज़ार की स्थिति पर निर्भर करते हैं। दीर्घकालिक निवेश लाभप्रद हो सकता है, परंतु निवेश से जुड़े जोखिमों को समझना आवश्यक है। किसी भी निर्णय से पहले एक प्रमाणित वित्तीय योजनाकार (CFP®) से सलाह अवश्य लें।#samparkonline #Learnb4uearn #Siphaitohmumkinhai #वित्तीय_स्वतंत्रता #SIP #WealthCreation #BengalMirror