Javed Murder Case : बस्तीन बाजार का चांद गिरफ्तार, मिला बंदूक, कारतूस
मामले मे अबतक आठ आरोपी गिरफ्तार दो अब भी फरार
बंगाल मिरर, आसनसोल, : कुलटी थाना अंतर्गत नियामतपुर पुलिस फाड़ी इलाके के रहमान पाड़ा इलाके मे 29 अगस्त को देर रात मोटर साईकल पर सवार दो सूटरों ने आसनसोल नगर निगम के अंतर्गत आने वाली कुलटी बोरो कार्यालय के चतुर्थवर्गीय कर्मचारी जावेद बारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी और अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए थे, घटना के बाद जावेद के परिजनों ने हत्या का आरोप जावेद की ममेरी बहन फरहा नाज पर लगाकर उसकी गिरफ़्तारी की मांग की थी, ।



जावेद के परिजनों ने यह भी आरोप लगाया की फरहा और जावेद के बिच जलपाईगुड़ी स्थित 38 डिसमिल जमीन को लेकर विवाद चल रहा था, जावेद ने फरहा पर मामला भी दर्ज करवाया था की फरहा ने जाली कागजात और दस्तावेज के जरिए जमीन का एक फर्जी पवार एग्रीमेंट बना ली थी, जिस पवार एग्रीमेंट के जरिए वह जमीन को बेचने का प्रयास कर रही थी, जिसकी खबर जावेद को लग गई और जावेद ने अपनी ममेरी बहन पर धोखेबाजी का मामला दर्ज करवा दिया, इसी बिच फरहा ने भी जावेद के ऊपर मामला दर्ज करवाया था की जावेद ने उससे 6 लाख 30 हजार रुपए लिये हैं, यह कहकर की उसका जलपाईगुड़ी मे एक 38 डिसमिल जमीन है वह जमीन वो बिकवा दे, वह बीमार रहता है और ठीक से चल फिर नही सकता है, बाद मे फरहा को पता चला जी जिस जमीन के लिये उसने अपने ममेरे भाई जावेद को पैसे दिए थे, वह जमीन पहले से ही बिक चुकी थी, जब वह अपने पैसे जावेद से मांगने लगी तब जावेद ने उल्टा फरहा के ऊपर धोखाधड़ी का केस दर्ज करवा दिया, ।
जावेद के परिजनों के द्वारा लगाए गए आरोपों के बिनाह पर नियामतपुर पुलिस फाड़ी ने मामले की जाँच शुरू की और फरहा नाज को ढूंढना शुरू किया, पुलिस को पता चला की फरहा जलपाईगुड़ी मे है, ऐसे मे पुलिस ने मामले की जाँच आगे बढ़ाते हुए फरहा के भाई इंतकाब आलम को पूछताछ के लिये थाने ले गई, पूछताछ के शुरुआती दौर मे ही फरहा के भाई इंतकाब ने मामले मे फंसने और जेल जाने के भय से पुलिस को पूरी कहानी बता दी, जिसके बाद पुलिस को इंतकाब के बयानों से मामले मे मजबूती मिल गई, जिसके बाद पुलिस ने एक सप्ताह के अंदर हत्या की पूरी गुथी सुलझा दी और फिर एक के बाद एक हत्या की साजिस रचने वाली फरहा नाज को तो गिरफ्तार किया ही साथ मे हत्या करने वाले सूटर गैंग के कई लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया, ।
इस मामले मे कुलटी मे एक संवाददाता सम्मेलन कर आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमीशनरेट के डीसीपी वेस्ट संदीप कर्रा ने बताया की जावेद हत्या कांड मे पुलिस को एक और कामयाबी हाँथ लगी है, जिस कामयाबी मे पुलिस ने आसनसोल बस्तीन बाजार से शैफ अली कुरैशी उर्फ़ चाँद को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से एक बंदूक और तीन जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं, संदीप कर्रा ने यह भी बताया की जावेद हत्याकांड जमीन विवाद को लेकर अंजाम दिया गया था और इस हत्याकांड मे कोई भी आरोपी किसी अपराधिक गैंग से शामिल नही हैं, पर जिस तरह घटना को अंजाम दिया गया, वह तरीका एक दम प्रोफ़ेसनल अपराधियों की तरह किया गया है, घटना को अंजाम देने के लिये फरहा के पति यानि की जावेद का जीजा ने अपनी पत्नी के कहने पर पाँच लाख की सुपारी सैफ अली कुरैशी उर्फ़ चाँद को दिए, जिसके बाद चाँद ने जावेद बारी की हत्या करवाने के लिये जावेद कुरैशी को उसकी रेकी करने का जिम्मा शौंपा, जिसके बाद जावेद कुरैशी ने करीब एक सप्ताह तक जावेद बारी की रेकी की, जावेद कब कहाँ जाता है, कब कहाँ से आता है, वह कहाँ बैठता है, किसके साथ घूमता है, उसके हर हरकत पर नजर रखी और फिर घटना को अंजाम देने के लिये रहमान पाड़ा का गली चुना, जो गली नियामतपुर बाजार से जावेद बारी के घर की तरफ जाती है, उस गली मे बहोत कम लोग आना -जाना करते हैं, इसके अलावा उस गली से भागने के लिये कई रास्ते भी उपलब्ध हैं, पर हत्यारे यह भूल गए की जिस गली को वह चिन्हित वह जावेद बारी की हत्या करने के किये किये थे, उस गली मे एक सिसिटीवी कैमरा भी लगा है, इसके अलावा सूटरों ने शायद यह भी भूल कर दी थी की जो लोग उसको हत्या की सुपारी दे रहे हैं, वही लोग उनकी पोल भी खोल सकते हैं, सूटरों की यह दो गलतियों ने उनको जेल जाने का रास्ता तो दिखाया ही, साथ मे उनको यह भी एक शिख देने का काम किया है की चाहे वह अपराध करने के लिये किसी भी तरह की कोई भी हथकंडा अपना लें और वह प्रोफ़ेसनल अपराधी बनने की कोशिश कर लें, पर वह दर्जा, वैसा सोंच, उस तरह का समझ रखना हर किसी की बस की बात नही है, संदीप कर्रा ने यह भी बताया की घटना को अंजाम देने वाले मोटरसाइकल पर सवार दोनों सूटर 19 वर्षीय आदिल आलम और मोहमद एहतशाह उर्फ़ सोनू को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है, संदीप कर्रा ने बताया इस मामले मे पुलिस ने इंतकाब आलम, फरहा नाज, आदिल आलम और मोहमद एहतशाह उर्फ़ सोनू, मनोज सुल्तान, फैजल शाह, सैयद अख्तर, शैफ अली कुरैशी उर्फ़ चाँद आठ लोगों की गिरफ़्तारी की जा चुकी है, जबकि मामले मे अब भी हत्या के लिये सुपारी देने वाला जावेद का जीजा और फरहा का पति आशिफ खान और हत्या की घटना को अंजाम देने के लिये सात दिनों तक जावेद बारी का रेकी करने वाला जावेद कुरैशी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है, जिनको धर दबोचने के लिये पुलिस जगह -जगह छापेमारी कर रही है,