SIR 4 से शुरू होंगे TMC के 6200 हेल्प डेस्क, अभिषेक ने बीएलए को दिया महत्वपूर्ण निर्देश
बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता: पश्चिम बंगाल में विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) लागू होने के बाद राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने मतदाता सूची के निरीक्षण को लेकर अंतिम तैयारी शुरू कर दी है। किसी भी वैध मतदाता का नाम सूची से बाहर न जाए, इसी उद्देश्य से शुक्रवार को पार्टी के सभी स्तरों के नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल बैठक में तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कई महत्वपूर्ण फैसले सुनाए। सबसे प्रमुख फैसला यह है कि 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक पूरे राज्य में हेल्प डेस्क चलाए जाएंगे। सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक कुल 6200 हेल्प डेस्क काम करेंगे, जो एसआईआर से जुड़ी जनता की सभी समस्याओं का समाधान करेंगे।













अभिषेक ने इस दौरान बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) को बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) का ‘छाया साथी’ बनने की सलाह दी है।शुक्रवार की इस वर्चुअल बैठक में पार्टी के सांसद, विधायक, ब्लॉक अध्यक्ष, पंचायत प्रमुख समेत करीब 15 हजार नेता शामिल हुए। अभिषेक बनर्जी ने सभी को एसआईआर के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बीजेपी का उद्देश्य वैध मतदाताओं के नाम हटाना या अवैध नामों को शामिल करना नहीं, बल्कि अपना एजेंडा पूरा करना है। इसलिए बीएलओ पर दबाव डालने की कोशिश हो सकती है, लिहाजा बीएलए को बीएलओ का हर पल साथ निभाना होगा। स्रोतों के अनुसार, निर्देश दिया गया है कि एक मिनट के लिए भी बीएलओ को आंखों से ओझल न होने दिया जाए।
28 अक्टूबर से बंगाल में विशेष गहन संशोधन या एसआईआर की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। फिलहाल बीएलओ का प्रशिक्षण चल रहा है। 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक घर-घर जाकर फॉर्म वितरण और मतदाता सूची की जांच का काम होगा। इसी अवधि में तृणमूल हेल्प डेस्क चला रहा है। गांव, पंचायत, शहरी क्षेत्रों में हर जगह ये डेस्क बनेंगे। इनमें लैपटॉप और इंटरनेट कनेक्शन होगा। एसआईआर के फॉर्म भरने में कहीं कोई समस्या हो तो वहां तैनात कार्यकर्ता समाधान करेंगे। इसके अलावा किसी शिकायत के लिए ‘दिदिर दूत’ ऐप खुला रहेगा। दिनभर के सभी कार्यों का ब्योरा शाम को कमाक स्ट्रीट स्थित अभिषेक के दफ्तर को भेजना होगा।राज्य में कुल लगभग 90 हजार बूथ हैं। वहां बीएलए-1 और बीएलए-2 बीएलओ की मदद से काम करेंगे। तृणमूल सतर्कता बरतते हुए आगे बढ़ रही है। अभिषेक ने बैठक में बीएलए को बीएलओ का ‘छाया साथी’ बनने का स्पष्ट निर्देश दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी वैध मतदाताओं के नाम हटाने की साजिश रच रही है, जिसे ‘साइलेंट इनविजिबल रिगिंग’ कहा जा रहा है। अगर एक भी वैध मतदाता का नाम सूची से गायब हुआ, तो निर्वाचन आयोग के दफ्तर के बाहर दिल्ली में एक लाख लोगों का धरना होगा।
अभिषेक बनर्जी खुद इस काम में सड़क पर उतरेंगे। एसआईआर से जुड़ी किसी भी समस्या या शिकायत के लिए कमाक स्ट्रीट के उनके दफ्तर में संपर्क नंबर भी जारी किया गया है – 8142681426। कुल मिलाकर, एसआईआर में एक भी वैध मतदाता का नाम न छूटे, इसके लिए सत्ताधारी खेमे ने किले जैसी मजबूत व्यवस्था की है।
उधर, तृणमूल के इस हेल्प डेस्क पर विपक्षी नेता सुवेंदु अधिकारी ने कटाक्ष किया। उन्होंने पत्रकारों से कहा, “वे कैंप क्या करेंगे? तृणमूल के लोग बीएलओ को धमकी देंगे।” यह मुद्दा 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले अहम है, जहां तृणमूल एसआईआर को बीजेपी की चाल बता रही है। पार्टी ने संसद, अदालत और सड़कों पर विरोध जारी रखने का ऐलान किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर एसआईआर में अनियमितताएं साबित हुईं, तो यह राजनीतिक घमासान को और भड़का देगा।

