Asansol Tahseen Ahmad के बेल पर फैसला आज, इन्वेस्टर के 95 खाते फ्रीज
बंगाल मिरर, एस सिंह, आसनसोल : Asansol Tahseen Ahmad के बेल पर फैसला आज, इन्वेस्टर के 95 खाते फ्रीज।आसनसोल करोड़ों के घोटाले के आरोपी तहसीन अहमद को रिमांड पूरी होने के बाद कल कोर्ट में पेश किया गया था। उसके अधिवक्ता एस एम रेहान ने जमानत की अर्जी दी वहीं पुलिस ने दोबारा रिमांड के लिए आवेदन किया। आज इस मामले पर सुनवाई होगी । आसनसोल में लाखों लोगों को ठगने वाले ताहसीन अहमद की पुलिस रिमांड कल पूरी हो गई थी। आज अदालत उसके भविष्य पर फैसला लेगी। पुलिस ने कोर्ट से अतिरिक्त रिमांड की मांग की संभावना जताई है, ताकि घोटाले के और राज खुल सकें। यह मामला ‘माशाल्लाह ऑफर’ नामक पोंजी स्कीम से जुड़ा है, जिसमें करोड़ों रुपये का फ्रॉड सामने आया है।













ताहसीन अहमद, जो आसनसोल उत्तर थाना क्षेत्र के रेलपार जहांगीरी मोहल्ला में रहता है, पिछले चार वर्षों से एक बिना लाइसेंस वाली कॉर्पोरेट इकाई के जरिए निवेशकों को आकर्षक रिटर्न का लालच देकर ठग रहा था। पीड़ितों में रिटायर्ड अधिकारी, महिलाएं और आम नागरिक शामिल हैं, जिन्होंने कुल मिलाकर करोड़ों रुपये गंवा दिए। एक पीड़ित के अनुसार, उन्होंने 20 लाख रुपये निवेश किए थे, जबकि एक बीएसएफ के रिटायर्ड अधिकारी ने 41 लाख रुपये लगाए, लेकिन रिटर्न बंद होने के बाद शिकायत दर्ज कराई।
गिरफ्तारी का खुलासा: आधा किलो सोना और भागने की फिराक
पुलिस ने 25 अक्टूबर 2025 की रात चंद्रचूर मंदिर के पास ताहसीन को 500 ग्राम सोने के साथ दबोचा, जब वह भागने की तैयारी कर रहा था। आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के डीसीपी ध्रुव दास ने बताया कि गिरफ्तारी के तुरंत बाद 26 अक्टूबर को कोर्ट में पेशी हुई, जहां 10 दिनों की पुलिस रिमांड मंजूर हुई। इस दौरान पूछताछ में कई महत्वपूर्ण सुराग मिले, जिनसे घोटाले का नेटवर्क धीरे-धीरे खुल रहा है।
डीसीपी दास ने कहा, “तहसीन ने हजारों लोगों को लुभाने के लिए सोशल मीडिया और लोकल मीटिंग्स का सहारा लिया। उसके पास से बरामद सोना संभवतः ठगे गए पैसों का हिस्सा है। रिमांड के दौरान हम उसके बैंक खातों और संपर्कों की जांच कर रहे हैं।” पुलिस को शक है कि यह स्कैम स्थानीय स्तर से आगे अन्य शहरों तक फैला हो सकता है,
राजनीतिक कनेक्शन और पीड़ितों का आक्रोश
ताहसीन अहमद के पिता तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पश्चिम बर्धमान जिले के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ से जुड़े थे। जिससे राजनीतिक घमासान मच गया है। विपक्षी दलों ने इसे ‘टीएमसी का संरक्षण’ करार देते हुए जांच की मांग की है। आज की पेशी के दौरान अदालत यह तय करेगी कि ताहसीन को ज्यूडिशियल कस्टडी (जेल) में भेजा जाए या पुलिस को और रिमांड दी जाए। वकीलों के अनुसार, अगर अतिरिक्त रिमांड मिली तो पूछताछ 3-4 दिन और चलेगी। इस बीच, पुलिस ने पीड़ितों से अपील की है कि वे थाने में संपर्क करें और सबूत साझा करें।
घोटाले का आंकड़ा: करोड़ों का नुकसान
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ‘माशाल्लाह ऑफर’ के तहत ताहसीन ने कम से कम 3000 से अधिक लोगों को फंसाया। निवेशकों को 20-30 प्रतिशत मासिक रिटर्न का वादा किया गया, लेकिन पैसे डूब गए। यह मामला साइबर फ्रॉड और आर्थिक अपराधों की बढ़ती प्रवृत्ति को उजागर करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी पोंजी स्कीम्स से बचने के लिए निवेश से पहले लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की जांच जरूरी है। आसनसोल पुलिस ने जागरूकता अभियान शुरू करने की योजना बनाई है।
ताहसीन अहमद की कोर्ट पेशी पर नजरें टिकी हैं। फैसले के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। बंगाल मिरर मीडिया इस मामले की लाइव अपडेट्स देता रहेगा। अगर आपके पास इस घोटाले से जुड़ी कोई जानकारी है, तो संपर्क करें।
तहसीन के अधिवक्ता एस एम रेहान ने कहा आज वह अपने वकील के जमानत की अर्जी को लेकर बहस करेंगे। कल हुई बहस के दौरान पुलिस ने बताया कि अब तक 95 बैंक खातों को फ्रिज किया गया। वहीं पुलिस अलग-अलग इन्वेस्टरस जानकारी ले रही है। लेकिन उनका कहना है कि शिकायतकर्ता द्वारा जो पैसे निवेश की गए थे इसकी भी जांच होनी चाहिए कि आखिरकार उसे पैसे पर टैक्स दिया गया था या नहीं। वह कोर्ट में अपील करेंगे कि उनके मुवक्किल वकील को जमानत दी जाए वह जांच में हर सहयोग करेंगे।

