RANIGANJ, पांडवेश्वर, कुल्टी में भी ईडी की छापेमारी, भालोटिया, नंदा, युधिष्ठिर के ठिकानों पर दबिश
बंगाल मिरर, एस सिंह: केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार सुबह अवैध कोयला खनन, तस्करी एवं उससे जुड़े धन शोधन के मामले में पश्चिम बंगाल और झारखंड की सीमा से सटे इलाकों में एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की। इस अभियान से कोयला और बालु माफिया में हड़कंप मच गया है। बड़ी कार्रवाई पश्चिम बंगाल के ईडी के अधिकारी केंद्रीय बलों के साथ सुबह से ही कार्यालय में मौजूद हैं। सभी कर्मचारियों को एक जगह बैठा कर महत्वपूर्ण दस्तावेज, वित्तीय रिकॉर्ड और डिजिटल साक्ष्यों की तलाश की जा रही है। इसी सिंडिकेट से जुड़े कई अन्य लोगों के घरों और कार्यालयों में भी छापे चल रहे हैं।













उधर, दुर्गापुर और पाण्डवेश्वर क्षेत्र में भी ईडी की अलग-अलग टीमों ने सुबह से तलाशी अभियान शुरू किया। पाण्डवेश्वर के खोट्टाडिहि ग्राम के दोना पाड़ा में युधिष्ठिर घोष नामक व्यक्ति के घर पर सुबह करीब 5 बजे से छापेमारी चल रही है। घर के बाहर केंद्रीय बल के जवान तैनात हैं।सूत्रों के अनुसार, युधिष्ठिर घोष पहले अवैध कोयला कारोबार के एक मामले में जेल जा चुके हैं और वर्तमान में जमानत पर हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पिछले कुछ वर्षों से वे अजय नदी के विभिन्न घाटों से अवैध रूप से बालु निकालकर उसकी तस्करी में संलिप्त हैं। क्षेत्र में यह चर्चा है कि आज की कार्रवाई कोयला हो या बालु तस्करी, दोनों से जुड़ी हो सकती है।
ईडी के सूत्रों ने बताया कि यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत चल रही जांच का हिस्सा है। अवैध खनन और तस्करी से अर्जित काले धन के लेन-देन की कड़ियों को जोड़ने के लिए दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।खबर लिखे जाने तक कई ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है। क्षेत्र में केंद्रीय एजेंसी की इस बड़ी कार्रवाई से अवैध कारोबार से जुड़े लोगों में दहशत का माहौल है।

