Asansol : ₹200 करोड़ के धोखाधड़ी में नदीम और विजय समेत चार गिरफ्तार
बंगाल मिरर, आसनसोल, राजा बंदोपाध्याय: आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट ने लगभग ₹200 करोड़ की हेराफेरी से जुड़े एक बड़े वित्तीय धोखाधड़ी रैकेट का पर्दाफाश किया है।आसनसोल उत्तर थाने के ओसी अमित हालदार और कन्यापुर फाँड़ी के इंचार्ज पार्थ प्रतीम चक्रवर्ती के नेतृत्व में एक विशाल पुलिस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर रविवार रात को कोलकाता में छापा मारा।













👥 मुख्य आरोपी और गिरफ्तारी
* पुलिस ने सबसे पहले मोहम्मद नदीम नामक एक व्यक्ति को कोलकाता के एक ठिकाने से गिरफ्तार किया। * नदीम से पूछताछ के बाद, पुलिस ने एक और स्थान से विजय पंडित सहित तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया। * पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोग इस धोखाधड़ी रैकेट के मुख्य सरगना (मास्टरमाइंड) हैं।
💰 धोखाधड़ी का तरीका: “सपोर्ट इंडिया” का चेन सिस्टम
गिरफ्तार किए गए नदीम और अन्य सभी आरोपी ‘सपोर्ट इंडिया’ नामक एक संस्था के कर्ता-धर्ता हैं। * झाँसा: ये ठग गरीब लोगों को नौकरी दिलाने या आत्मनिर्भर बनाने के नाम पर पैसे वसूलते थे। * बैठकें: आसनसोल सहित कई राज्यों के बड़े-बड़े होटलों में इस संस्था के कर्ता-धर्ता और उनके साथी मीटिंग करते थे। * लुभाना: लोगों को जोड़ने के लिए, इस संस्था से जुड़ी महिलाओं को मुफ्त में स्कूटी भी दी जाती थी। * चेन सिस्टम: यह पूरा रैकेट एक चेन सिस्टम (Chain System) के माध्यम से चलाया जाता था।
📄 शिकायतें और चेक बाउंस *
समय पर पैसा वापस न मिलने पर इस संस्था की असलियत सामने आई, जिसके बाद ठगी के शिकार हुए लोगों ने आंदोलन शुरू कर दिया। * आसनसोल उत्तर और दक्षिण थानों में इस संबंध में शिकायतें (FIRs) भी दर्ज की गईं थीं। * दबाव पड़ने पर, संस्था ने कुछ लोगों को चेक दिए थे, लेकिन बाद में ये सभी चेक बाउंस हो गए। * पुलिस ने अब तक इस रैकेट से जुड़े ऐसे 90 से 95 बाउंस चेक बरामद किए हैं।
🗺️ कई राज्यों में फैला नेटवर्क
जांच में पता चला है कि यह धोखाधड़ी रैकेट केवल बंगाल तक ही सीमित नहीं था, बल्कि झारखंड, असम, ओडिशा, उत्तराखंड सहित देश के कई अन्य हिस्सों में भी फैला हुआ था।
⚖️ आगे की कार्रवाई
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को सोमवार को आसनसोल कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने मामले की जांच को आगे बढ़ाने और रैकेट के पूरे नेटवर्क का खुलासा करने के लिए उन्हें पुलिस हिरासत (Police Custody) में लेने का आवेदन न्यायाधीश से किया है।पुलिस अब पूछताछ और गहन जांच के माध्यम से इस बड़े धोखाधड़ी रैकेट के पीछे के पूरे सच को बाहर लाने का प्रयास कर रही है।
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