जेकेनगर में आनंदलोक स्कूल, वीटीसी, कंप्यूर सेंटर का मेयर ने किया उद्घाटन
इस मौके पर मेयर जितेन्द्र तिवारी ने कहा कि सभी की बचपन से यही धारणा है कि पुस्तक हमें ज्ञान देती है, बड़ी-बड़ी पुस्तकें जो शिक्षा नहीं देती, उससे ज्यादा ज्ञान हमें जीवन की ठोकरें, कटु क्षण दे देती हैं। जीवन में जिन परेशानियों को भोगते हैं, उससे निकलने का प्रयास करते हैं, उससे बाहर निकलने बाद हमारा ध्यान जीवन को बेहतर बनाने पर रहता है। जिस कष्ट को हमने भोगा, समाज के अन्य लोग इस कष्ट को भोग रहे हैं, उन्हें कैसे उबारा जाये, इस ओर ध्यान कम जाता है। एक फीसदी या उससे कम लोग ही कुछ अलग सोचते हैं। जो अन्य लोगों को भी कष्ट से उबारने का कार्य करते हैं, उन्हीं को हम समाज में महान कहते हैं। आनंदलोक के देवकुमार सर्राफ भी उसी श्रेणी में आते हैं। उन्होंने बहुत से अस्पताल, विद्यालय बनाये। लोगों की सेवा की। इतने से ही हमलोग संतुष्ट नहीं है, ईश्वर से प्रार्थना करेंगे कि ईश्वर आपको स्वस्थ और सुरक्षित रखे, आप जब तक अपने तरह के दो-चार व्यक्ति नहीं बना देंगे, तब तक आपकी रिक्तता बनी रहेगी। ईश्वर तबतक आपको स्वस्थ एवं सुरक्षित रखे, जब तक आप दो-चार डीके सर्राफ और न तैयार कर दें। आप समाज में जब नहीं रहेंगे तो आपकी सोच जिंदा रहेगी और इस सोच को आगे बढ़ानेवाले लोग रहेंगे। इस मौके पर रानीगंज पंचायत समिति के कर्माध्यक्ष अभय उपाध्याय, आरपी खेतान आदि मौजूद थे।