ASANSOL गर्ल्स काॅलेज में राष्ट्रीय वेबिनार
बंगाल मिरर, आसनसोल : हिन्दी विभाग, आसनसोल गर्ल्स काॅलेज,एवं आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) के संयुक्त तत्वावधान में एक राष्ट्रीय वेबिनार “हिन्दी का वर्तमान और भविष्य” का आयोजन हुआ ।
इस वेबिनार की अध्यक्षता हिन्दी विभाग, विश्वभारती, शांतिनिकेतन के प्राध्यापक डाॅ. जगदीश भगत जी ने की मुख्य वक्ता महाराजा श्रीषचंद काॅलेज डाॅ. विजय रवानी ,मुख्य अतिथि श्री प्रमोद वर्मन, राजभाषा विभाग, बैंक आॅफ बडौदा और विशिष्ट वक्ता के रूप में ए .एस काॅलेज देवघर के प्राध्यापक , हिन्दी के युवा आलोचक राहुल सिंह जी ने अपना विषय पर अपना वक्तव्य दिया ।
आयोजन का उद्घाटन एवं स्वागत भाषण काॅलेज के उप प्राचार्य डाॅ. संदीप कुमार घटक ने किया।उन्होंने हिन्दी विभाग द्वारा आयोजित इस वेबिनार को छात्राओं के लिए उपयोगी बताया।
विशिष्ट वक्ता राहुल सिंह, जिन्हें इस वर्ष का युवा हिन्दी आलोचना का प्रतिष्ठित देवी शंकर अवस्थी सम्मान उनकी महत्वपूर्ण पुस्तक ‘विचार और आलोचना’ पर मिला है। उनकी एक अन्य पुस्तक ‘अन्तरकथाओं के आइने में उपन्यास’ पर्याप्त चर्चित हुई है।
भाषा और साहित्य के आडिट की उचित व्यवस्था होनी चाहिए
उन्होंने अपने वक्तव्य में हिन्दी के अतीत वर्तमान और भविष्य की चर्चा करते हुए कहा कि भाषा और साहित्य के आडिट की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। बाजार में हिन्दी के प्रयोग मात्र से बहुत उत्साहित नहीं हुआ जा सकता जब तक ज्ञान -विज्ञान के माध्यम के रूप में हिन्दी विकसित नहीं हो पाती ।आवश्यकता है हिन्दी को चिकित्सा, प्रौद्योगिकी ,तकनीक की माध्यम भाषा के रूप स्थापित करने की ।
मुख्य अतिथि प्रमोद बर्मन ने राजभाषा के रूप में हिन्दी के विकास को रेखांकित किए उन्होंने प्रतिभागियों को हिन्दी विषय के अध्य्यन से जुड़ी नौकरियों के बारे में भी जानकारी दी ।
मुख्य वक्ता विजय रवानी ने भारत जैसे देश में हिन्दी की महत्ता को स्पष्ट किया।उसके स्वर्णिम अतीत ,सुखद वर्तमान एवं उज्वल भविष्य को रेखांकित किया।
आयोजन के अध्यक्ष डाॅ जगदीश भगत जी ने समस्त वक्ताओं के वक्तव्यों पर टिप्पणी करते हुए हिन्दी के वर्तमान के संकट और भविष्य में ध्यान रखने लायक आवश्यक सावधानियों की ओर संकेत किया । उन्होनें भारत जैसे बहुभाषिक देश में भाषिक उदारता की अनिवार्यता पर बल दिया।
डाॅ बिजेन्द्र कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन और संचालन डाॅ. कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने किया।
इस वेबिनार में पूर्व छात्राओं ,वर्तमान छात्राओं , शोध छात्रों के साथ -साथ विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के प्राध्यापकों ने भागीदारी की।
डाॅ. संजय कुमार जायसवाल, डाॅ.श्री निवास यादव, डाॅ. संजय पासवान, गौतम लामा,डाॅ. मनोज कुमार सिंह इनमें प्रमुख थे। काॅलेज के प्राध्यपकों में डाॅ. श्यामल सेठ, अर्नव चटर्जी , नफीसा परवीन , डाॅ. माल्यवान चटोपाध्याय, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।