निरसा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा शुकराने
बंगाल मिरर, मोहन सिंह, निरसा: वाहेगुरु मंदिर से गुरुद्वारे तक का सफर 116 साल पुराना गुरु ग्रंथ साहिब जी का।। इसी खुशी में रविवार के दिन निरसा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा किया गया शुकराने गुरुजी का शुक्रिया अदा का धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन।
116 साल पुराना ग्रंथ साहिब को मधुपुर से लाया गया निरसा
बताते चलें कि कुछ महीनों पहले वाहेगुरु मंदिर मधुपुर में 116 साल पुराना गुरु ग्रंथ साहिब जी रखा हुआ था जिसकी देखरेख ठीक से नहीं हो पा रही थी तथा गुरु ग्रंथ साहिब जी के जो पेज थे वह भी कटे हुए थे ।
यहां तक कि गुरु ग्रंथ साहिब जी के ऊपर कीड़े मकोड़े भी चल रहे थे। गुरु ग्रंथ साहिब मंदिर के एक बरांडे कोने में ऐसे ही रखा साल पुराना ग्रंथ साहिब को मधुपुर से लाया गया।
निरसा हुआ था, इसी की सूचना सिख समाज को मिलती है और सिख समाज के लोग जरनैल सिंह, मनजीत सिंह सभी मिलकर वाहेगुरु मंदिर मधेपुर मंदिर कमेटी से बातचीत करते हैं ।
गुरु ग्रंथ साहिब जी के इस दुर्दशा की पूरी जानकारी लेते हैं और बताते हैं कि यह सिर्फ ग्रंथ नहीं हमारे गुरु है सिखों के नहीं पूरे संसार के गुरु हैं इन्हें हम लोग तो राजा महाराजाओं से भी ऊपर सुशोभित कर कर गुरुद्वारे में पाठ पूजा अर्चना करते हैं, जहां पर गुरु ग्रंथ साहिब रहते हैं।
वहां पर सुबह और शाम पाठ होना अनिवार्य है अर्थात पूजा होना अनिवार्य है और इस तरह से एक कोने में गुरु ग्रंथ साहिब जी का पड़ा रहना उनकी व्यथा गुरुओं का अपमान है
इस बात को समझाने के बाद कुछ महीनों तक बातचीत का सिलसिला जारी रहा ,अंत में मंदिर कमेटी के सदस्यों एवं स्थानीय पुलिस प्रशासन की मदद से पूरे रीति रिवाज के साथ गुरु ग्रंथ साहिब जी को सिखों ने निरसा गुरुद्वारा झारखंड में लाकर विराजमान किया।
इसी की खुशी में निरसा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा शुकराने अर्थात शुक्रिया गुरूजी का यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, यहां पर वाहेगुरु मंदिर कमेटी के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया ,सराहना की गई
इस हिंदू और सिख भाईचारे को आगे बढ़ाने का जो कार्यक्रम उन्होंने किया है, साथ में 116 साल पुराने गुरु ग्रंथ साहिब जी का दर्शन के लिए इसी खुशी में रविवार के दिन निरसा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा किया गया गुरु जी का शुक्रिया अदा का धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन।
बंगाल झारखंड के संगत हुए शामिल
,जिसमे बंगाल झारखंड के सभी गुरुद्वरा प्रबंधक कमेटी संगत ने हिषा लिया सेंट्रल गुरुद्वरा प्रबंधक कमेटी ,ख़ालसा सेंट्रल गुरुद्वरा कमेटी , गुरु गोबिंद सिंह स्टारडी सर्कल, गुरमत लहर ऑर्गनिजेशन बंगाल, सिंह सभा कोलकाता के प्रतिनिधि गण, रांची सिंह सभा,
कोलकाता से मंजीत सिंह जीती , सिख हेल्पिंग सोसाइटी आसनसोल, सिख वेलफेयर सोसाइटी बंगाल के मुखी सुरजीत सिंह, प्रधान जगदीस सिंह,बरकार गुरुद्वरा के प्रधान जोगिंदर सिंह, मोंगिया स्टील के मालिक समाज सेवी गुणवंत सिंह सलूजा विशेष रूप से उपस्थित थे,
कथा कीर्तन के माध्यम से गुरबाणी का गायन किया गया, निरसा गुरुद्वरा प्रबंधक कमेटी की तरफ से कोलकाता से लेकर बोकारो रांची की से आई सिख संस्थाओं और गुरुद्वरा प्रबंधक कमेटियों को सन्मानित किया गया
इस कार्यक्रम का मंच संचालन तरसेम सिंह ने किया कार्यक्रम सफल बनाने में मंजीत सिंह निरसा का योगदान रहा अंत निरसा गुरुद्वरा के प्रधान सुखदेव सिंह पंगु ने सभी लोगो का धन्यवाद किया।