उद्योगों की अनुमति के लिए हो सिंग्ल विंडो ः रवि मित्तल
प्लान और एनओसी की प्रक्रिया को सरलीकरण करने का दिया सुझाव
बंगाल मिरर, आसनसोल : राज्य के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग(एमएसएमई) MSME विभाग द्वारा उद्योगों की परेशानियों को दूर करने के लिए विभिन्न व्यापारिक संगठनों की ओर से सुझाव मांगे गये हैं। सीमेंट मैन्यूफैचर्रस वेलफेयर एसोसिएशन आफ वेस्ट बंगाल cement manufacturres welfare assosciation of west bengal की ओर से पांच सूत्री सुझाव विभाग के संयुक्त निदेशक को भेजा गया है। एसोसिएशन के महासचिव रवि मित्तल ने बताया कि उद्योग स्थापित करे में अभी सबसे बड़ी परेशानी एडीडीए से एनओसी मिलने तथा दुर्गापुर नगरनिगम एवं आसनसोल नगरनिगम से प्लान मिलने में हो रही है। इस प्रक्रिया का सरलीकरण जरूरी है, ताकि आवेदन के 7 से 14 दिन में प्लान और एनओसी मिल सके। जमीन के कन्वर्सन की प्रक्रिया का भी सरलीकरण किया जाये।
इसके टैक्स की दर भी काफी अधिक है। एक ही जमीन के लिए भू राजस्व, एडीडीए और नगरनिगम को टैक्स देना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सिंग्ल विंडो सबसे बड़ा सपना है। विभिन्न विभागों की ओर से लाइसेंस की प्रक्रिया आनलाइन की गयी है। लेकिन इसे अगर सिंगल विंडो में तब्दील कर दिया जाये, तो और ज्यादा सहूलियत होगी।
फायर, फूड, फैक्ट्री लाइसेंस को एमसएमई के तहत सिंगल विंडो सिस्टम में लाने से काफी सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के कारण एमसएमई काफी प्रभावित हुआ है। वर्तमान अधिक श्रमिक व बिजली भी है। एमसएमई को 5 वर्ष के लिए मदद की जाये। ताकि बंगाल उद्योग विकास में शीर्ष पर जा सके।